लौह उल्का

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सन् १८६४ में सहारा रेगिस्तान में मिला ५०० किलोग्राम का तामेनतीत लौह उल्का

लौह उल्का (Iron meteorite) ऐसे उल्का को कहते हैं जिसका अधिकांश भाग लोहे-निकल के उल्काई लोहा (meteoric iron) नामक मिश्रातु (ऐलोय) का बना हो। यह शिशुग्रहों की ग्रहीय क्रोडों से उत्पन्न होती हैं।[1] अति-प्राचीनकाल में जब मनुष्यों को धरती से लोहा निकालकर उसे पत्थर से अलग कर के शुद्ध करना नहीं आता था, तब लौह उल्का ही उनके लिये लोहा का सबसे पहला स्रोत थे।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. M. K. Weisberg; T. J. McCoy, A. N. Krot (2006). "Systematics and Evaluation of Meteorite Classification". In D. S. Lauretta, H. Y. McSween, Jr. Meteorites and the early Solar System II Archived 2017-08-08 at the Wayback Machine (PDF). Tucson: University of Arizona Press. pp. 19–52. ISBN 978-0816525621. Retrieved 15 December 2012.