लेवी स्ट्रास
क्लौड लेवी स्ट्रास | |
---|---|
![]() ਲੇਵੀ ਸਟ੍ਰਾਸ 2005 ਵਿੱਚ | |
जन्म |
28 नवम्बर 1908 बरसल्ज़, बेल्जियम |
मृत्यु |
30 अक्टूबर 2009 पैरिस, फ़्रांस |
हस्ताक्षर |
क्लौड लेवी स्ट्रास (28 नवम्बर 1908-30 अक्टूबर 2009) एक फ्रांसीसी मानव विज्ञानी और नस्ल विज्ञानी थे | इनको, जेम्ज़ जोर्ज फ्रेज़र के साथ "आधुनिक मानव विज्ञान के पिता" कहा जाता है |
जीवन[संपादित करें]
लेवी सटराओस 28 नवम्बर 1908 में बरसल्ज़ में एक यहूदी फ्रांसीसी घराने में पैदा हुए। उन्हों ने पैरिस में सोरबोन से शिक्षा हासिल की। 1930 के दहाके में ब्राज़ील के जंगलों में रहने वाले क़बाइलीयों पर तहक़ीक़ की थी। दूसरी आलमी जंग के बाद उन्हों ने कुछ अर्सा अमरीका में गुज़ारा जहां उन की माहिर बशरियात फ़राँज़ बवाज़ से मुलाक़ात हुई जो उन के लिए एक अहम दोस्त और दानिश्वर साबित हुए। फ़्रांस वापसी के बाद लेवी सटराओस ने अपना काम जारी रखा और शौहरत पाई। इन की अहम किताबों में दी एलीमैंटरी स्ट्रक्चरज़ आफ़ किन शिप और दा सीवेज माईंड शामिल हैं।
कारहाए नुमायां[संपादित करें]
कलाओद लेवी सटराओस का बीसवीं सदी के अहम और इंतिहाई बाअसर दानिश्वरों में शुमार किया जाता है। उन्हों ने तक़रीबन साठ साल पहले बशरियात मैं सटकचरलिसज़म का नज़रिया ब्यान किया था। इस नज़रिए के तहत ये सोच पेश की गई थी कि साख़त को अमल से ज़्यादा एहमीयत होती है। इस से पहले स्ट्रक्चरल सोच लिसानियात की तहक़ीक़ में इस्तिमाल की गई थी लेकिन लेवी सटराओस ने उसे इंसानी मुआशरों और रिश्तों की तहक़ीक़ में इस्तिमाल किया और यूं उस की रोशनी में माशरों की सक़ाफ़्त और ख़ानदानी तंज़ीम का तक़ाबुली मुताला किया।
मौत[संपादित करें]
30 अक्टूबर 2009 को सौ साल की उम्र में इनका दिहांत हो गया |