यहोवा के साक्षी
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यहोवा के साक्षी | |
न्यूयॉर्क में अन्तरराष्ट्रीय मुख्यालय | |
वर्गीकरण | पुनरुद्धारवान |
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संगठनात्मक संरचना | पदानुक्रमित |
भौगोलिक क्षेत्र | विश्वव्यापी |
संस्थापक | चार्ल्स टेज़ रसल |
उत्पत्ति | 1870 का दशक: बाइबल छात्र आंदोलन 1931: यहोवा के साक्षी पेन्सिलवेनिया और न्यूयॉर्क, अमेरिका |
शाखित | बाइबल छात्र आंदोलन |
सभाएँ | 119,954 |
सदस्य | 8.6 मिलियन (86.8 लाख) |
आधिकारिक जालपृष्ठ | www |
यहोवा के साक्षी (अंग्रेज़ी: Jehovah's Witnesses) ईसाई धर्म का एक संप्रदाय है जिसकी धार्मिक मान्यताएँ मुख्यधारा ईसाईयत से भिन्न हैं। संस्था के अनुसार विश्व भर में उसके 8.6 मिलियन (86.8 लाख) अनुयायी इंजीलवाद (धर्म प्रचार) में लगे हुए हैं, सम्मेलन उपस्थिति 12 मिलियन (1.2 करोड़) तथा वार्षिक स्मृति उपस्थिति 20.91 मिलियन (2.09 करोड़) से अधिक है।
संरचना
[संपादित करें]यहोवा के साक्षी पदानुक्रमित व्यवस्था में बटे होते हैं। सबसे निचले स्तर पर मंडली होती है जिसमें लगभग 100 सदस्य होते हैं।[1] प्रत्येक मंडली में बाइबल की "गहरी समझ" रखनेवाला तजुरबेकार पुरुष 'प्राचीन' के तौर पर कार्य करता है।[2] प्राचीन अपनी मंडली की देखरेख करता है। मंडलियों के ऊपर सर्किट होता है जो तकरीबन 20 मंडलियों से मिलकर बनता है। इसके ऊपर ज़िला होता है जिसमें करीब 10 शामिल होते हैं।[1]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ "अकसर पूछे जानेवाले सवाल – आपकी मंडलियाँ किस तरह संगठित हैं?". Jw.org. यहोवा के साक्षी. Archived from the original on 27 जून 2013. Retrieved 17 अगस्त 2013.
- ↑ "अकसर पूछे जानेवाले सवाल – क्या आपके यहाँ पादरी वर्ग होता है जिसे तनख्वाह दी जाती है?". Jw.org. यहोवा के साक्षी. Archived from the original on 28 जून 2013. Retrieved 17 अगस्त 2013.