मुद्रण
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'हीरक सूत्र' नामक पुस्तक सबसे पहले ८६८ ई में चीन में छपी थी
एक मास्टर फॉर्म या टेम्प्लेट का उपयोग करके किसी टेक्स्ट या/और छबि (इमेज) की अनेक प्रतियाँ बनाना मुद्रण या छपाई (प्रिंटिंग) कहलाता है। मुद्रण का इतिहास कम से कम तेरह-चौदह सौ वर्ष पुराना है। आधुनिक छपाई प्रायः कागज पर स्याही से मुद्रण मशीन के द्वारा की जाती है। इसके अलावा धातुओं पर, प्लास्टिक पर, वस्त्रों पर तथा अन्य मिश्रित पदार्थों पर भी छपाई की जाती है।
कपड़ा या कागज आदि पर एक स्याही-युक्त सतह रखकर उसपर दाब डाला जाता है जिससे स्याहीयुक्त सतह पर बनी छवि उल्टे रूप में कागज या कपड़े पर छप जाती है।
चित्रावली[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
- मुद्रणालय
- मुद्रण का इतिहास
- मुद्रण कला (टाइपोग्राफी)
- लिथो छपाई
- आफसेट छपाई
- डेस्कटॉप प्रकाशन
- छपाई (वस्त्रों की)
- पत्रकारिता
- प्रकाशन (पब्लिकेशन)