मध्यम वर्ग
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समाज का वर्गीकरण समाजशास्त्र का विषय है। यह वर्गीकरण अधिकतर आर्थिक और शैक्षिक पृष्ठभूमि के आधार पर होता है। समाज को उच्च मध्यम और निम्न तीन वर्गों में बाँटा जाता है। देश और काल के आधार पर इन वर्गों का लक्षण अलग अलग हो सकते हैं।
सत्यजित राय ने जिस मध्यवर्ग की प्रस्तुति अपनी फ़िल्मों में की है वह आर्थिक दृष्टि से संपन्न न सही पर कमज़ोर नहीं है। वह शिक्षित भी है और विकासोन्मुख होना चाहता है लेकिन वह अपनी परंपराओं और रूढ़ियों से भी अपने को मुक्त नहीं कर सका है।
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- मध्य वर्ग की अवधारणा और हिंदी साहित्य (राहुल सिंह)