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भूकेन्द्रीय मॉडल

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आकाशीय पिंडों के आंकड़े पुर्तगाली कास्मोग्राफर और मानचित्रकार बर्टोलोमेउ वेल्हो, 1568 (बिब्लिओथीक नेशनल, पेरिस) द्वारा टोलेमिक भू प्रणाली का एक उदाहरण।

खगोल विज्ञान में, भूकेन्द्रीय मॉडल (Geocentric model) (भूकेंद्रक या टोलेमिक प्रणाली के रूप भी में जाना जाता है) ब्रह्मांड का वर्णन है जहां पृथ्वी सभी खगोलीय पिंडों के कक्षीय केंद्र पर है। यह मॉडल अनेक प्राचीन सभ्यताओं, जैसे कि प्राचीन ग्रीस, में प्रमुख ब्रह्माण्ड संबंधी प्रणाली के रूप में पेश हुआ। जैसे, अरस्तू और टॉलेमी की उल्लेखनीय प्रणालियों सहित, उन्होने मान लिया था कि सूर्य, चंद्रमा, तारें और नग्न चक्षु ग्रह पृथ्वी की परिक्रमा करते है। (देखें अरस्तू की भौतिकी)[1]

सन्दर्भ

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  1. Lawson, Russell M. (2004). Science in the ancient world: an encyclopedia. ABC-CLIO. पपृ॰ 29–30. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 1-85109-534-9. अभिगमन तिथि 2009-10-02.