बी॰ एन॰ राव
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सर बी॰ एन॰ राव | |
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1988 भारत के स्टैंप पर बी॰ एन॰ राव | |
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश
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कार्यकाल 1952–1953 | |
पूर्वा धिकारी | चार्ल्स डि विशर |
उत्तरा धिकारी | मुहम्मद ज़फ़रुल्लाह ख़ान |
कार्यकाल जून 1951 | |
जम्मू कश्मीर के मंत्री
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कार्यकाल 1944–1945 | |
पूर्वा धिकारी | कैलाश नाथ हसकर |
उत्तरा धिकारी | राम चंद्र काक |
जन्म | 26 फ़रवरी 1887 मंगलोर, मद्रास प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत वर्तमान – कर्नाटक |
मृत्यु | 30 नवम्बर 1953 ज़्युरिख़, स्विट्ज़रलैंड | (उम्र 66 वर्ष)
व्यवसाय | लोक सेवक, न्यायमूर्ति, सांविधानिक विद्वान |
बेनेगल नरसिम्हा राव (अंग्रेज़ी: Benegal Narsimha Rau) एक भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश थे। भारतीय संविधान का प्रारूप इन्होंने ही तैयार किया था। भारतीय संविधान निमार्ण के समय ये संवैधानिक सलाहकार थे। इन्होंने और सच्चिदानंद सिन्हा ने भारतीय संविधान का प्रथम प्रारूप निर्माण किया था।[1]इनका जन्म ब्राह्मण परिवार में हुआ जो कि एक बंगाली ब्राह्मण थे l सच्चे अर्थों में भारतीय संविधान के निर्माता सर् बी एन राव ही थे। पूरे संविधान निर्मात्री सभा मे इनसे ज्यादा अनुभवी,कानून का जानकार और ज्ञानी कोई नहीं था।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Sir Benegal Narsing Rau (Indian jurist) – Encyclopædia Britannica". Britannica.com. 30 November 1953. अभिगमन तिथि 11 August 2020.
13 ,दिसंबर 1946 को संवैधानिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया।