फ्रेडरिक प्रथम (पवित्र रोमन सम्राट्)
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फ्रेडरिक प्रथम (११२३-११९०) जर्मनी का पवित्र रोमन सम्राट् था। वह सुआबिया के ड्यूक फ्रेडरिक का पुत्र था।
परिचय
[संपादित करें]फ्रेडरिक प्रथम ११५२ में अपने चाचा कॉनरैड तृतीय के उत्तराधिकारी के रूप में गद्दी पर बैठा। राज्य की स्वतंत्रता और अंततोगत्वा संपूर्ण इटली पर प्रभुत्व स्थापित करना उसकी महत्वाकांक्षाएँ थीं। ११५४ में उसने इटली पर पहला आक्रमण किया। ११५५ में रोम में पोप आद्रियाँ द्वारा सम्राट् के रूप में अपना अभिषेक करा लिया। ११५८ के दूसरे आक्रमण में उसने ब्रेसिया और मिलाँ पर अधिकार कर लिया। जर्मनी लौटकर उसने बोहेमिया हथिया लिया और पोलैंड से कर वसूल करने लगा। पोप आद्रियाँ की मृत्यु के पश्चात् उसने अलेक्ज़ैडर तृतीय के विरुद्ध क्रमश: तीन पोपों को अनधिकारिक रूप से निर्वाचित कराया। इसपर अलेक्जेंडर तृतीय ने उसे और उसके पोप विक्टर को धर्मच्युत कर दिया। ११६२ में मिलाँ को उजाड़ दिया; इसके बाद तो लंबार्डी के सभी नगरों ने उसके सामने हथियार डाल दिए।
११७६ में कोमों में मिलाँ की सेनाओं से बुरी तरह पराजित हुआ। ११८३ में उसने पोप और लंबार्डी के नगरों से संधियाँ कीं। ग्रीस की ओर उसके बढ़ते हुए कदम रोक दिए गए। फिर वह एशिया माइनर की ओर मुड़ा। इसी अभियान में नदी में डूबने से उसकी मृत्यु हो गई।
सन्दर्भ
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