प्रबंध विज्ञान

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पोस्तेर - प्रबंध विज्ञान

प्रबंध विज्ञान एक महत्‍वपूर्ण एवं लोकप्रिय विधा है। इसके अंतर्गत किसी कार्य को कुशलता एवं सफलता पूर्वक संपादित करने के लिए आवश्‍यक तकनीक एवं कौशल का अध्‍ययन किया जाता है। वृहत एवं जटिल कार्यों को करने के लिए विशेष कौशल एवं तकनीक की आवश्‍यकता होती है जिससे उपलब्‍ध साधनों का योग्‍यतापूर्वक उपयोग करके कार्य को समय से संपन्‍न किया जा सके। इस प्रकार प्रबंध विज्ञान मुख्‍यत: उपलब्‍ध साधनों के कुशल उपयोग से किसी कार्य को संपन्‍न करने की शिक्षा प्रदान करता है।

अध्‍ययन की अन्‍य विधाओं की तरह प्रबंध विज्ञान को अध्‍ययन की सुविधा के लिए कई विभागों में बांटा जा सकता है। जैसे, बाजार प्रबंधन, वित्‍त प्रबंधन, मानव संसाधन प्रबंधन आदि।

मानव संसाधन प्रबंधन[संपादित करें]

किसी भी वाणिज्यिक अथवा लोक हितकारी गतिविधि के अंर्तगत उत्‍पादन के लिए आवश्‍यक संसाधन अर्थात सामग्री,मशीन एवं मानव में से मानव का स्‍थान सर्वोपरि है क्‍योंकि सामग्री एवं मशीन स्‍वयं में कोई उत्‍पाद नहीं बना सकतीं बल्कि बिना मानव संसाधन के योगदान के अन्‍य दोनों संसाधन अर्थहीन हो जाते हैं। अत: यह स्‍पष्‍ट है कि कोई भी वाणिज्यि‍क अथवा लोक हितकारी गतिविधि बिना कुशल मानव संसाधन के प्रबंधन के सफल नहीं हो सकती। संक्षेप में यह कहा जा सकता है कि कोई भी संगठन, चाहे उसका उददेश्‍य लाभ्‍ा कमाना हो या लोक हित की गतिविधि का संचालन करना हो, बिना कुशल मानव संसाधन प्रबंधन को आत्‍मसात किये अपने उददेश्‍य में सफल नहीं हो सकता है।

मानव संसाधन का अद्वितीय विशेषताएँ[संपादित करें]

मानव संसाधन का एक अद्वितीय लक्षण यह है कि यह संसाधन अपने इनपुट से अधिक आउट पुट दे सकता है यदि इसका कुशल प्रबंधन किया जाऐ. यह लक्षण उत्‍पादन हेतु आवश्‍यक अन्‍य संसाधनों में नहीं पाया जाता है। अन्‍य संसाधन समय बीतने के साथ अवमूल्‍यन की ओर अग्रसर हो जाते हैं जबकि मानव संसाधन समय बीतने के साथ और कुशल और अनुभवी हो कर मूल्‍यवान हो जाता है। इसके अतिरिक्‍त मानव संसाधन उत्‍पादन में आने वाली समस्‍याओं का समझ बूझ के साथ सामना कर सकता हो और आवश्‍यकता अनुसार निर्णय ले सकता है। जबकि मशीनें केवल पूर्व अनुमानित समस्‍याओं का ही सामना कर सकती हैं।

प्रोजेक्‍ट प्रबंधन[संपादित करें]

ऑपरेशंस प्रबंधन[संपादित करें]

सामग्री प्रबंधन[संपादित करें]