पुँछकटवा रोग

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

पशुओं में पुँछकटवा रोग या डेगनाला रोग (Degnala disease) मुख्यतः भैंस जाति के पशुओं में होता है। वैसे गो-वंश के पशु भी इस संक्रमण के शिकार होते हैं। इस बीमारी का निश्चित कारण अभी तक ज्ञात नहीं है परन्तु डेगनाला एक फफुंद (फंगस) से पैदा होने वाला रोग है। इस बीमारी में पशुओं के कान, पूँछ एवं खुर सूखने लगते है और अंततः सड़ कर गिर जाते है। पशु भोजन करना बंद कर देता है एवं दिनों दिन कमजोर होते जाता है। कुछ वैज्ञानिकों का यह मत है कि यह बीमारी सूक्ष्म पोषक तत्वों (Mineral Deficiency) की कमी के वजह से हाेता है। अधिक नमी युक्त पुआल या भूसा खिलाने से यह रोग आमतौर पर जानवरों में होता है।

आवयश्यक सुझाव[संपादित करें]

  • 1. पशुओं को फफुंदी लगा हुआ चारा-दाना एवं भूसा नहीं खिलायें।
  • 2. पुआल को पानी से धोकर खिलायें।
  • 3. पशुओं को स्वच्छ जगह पर रखें।
  • 4. पशुओं को नियमित रूप से मिनरल मिक्सचर दें।
  • 5. गोशालाओं में नियमित रूप से फिनाईल एवं चूने के पानी का छिड़काव करें।
  • 6. शरीर के संक्रमित भाग को नीम के पत्ते को पानी में उबाल कर उसी पानी से घाव को साफ करें। तत्पश्चात् एन्टी सेप्टीक मलहम लगाये एवं अधिक समय तक क्रियाशील रहने वाले एन्टी बायोटिक (यथा Oxytetracycline- LA, Benzathyl Penicillin, Amoxycillin) का प्रयोग करें।