पिथौरागढ़ जिला
पिथौरागढ़ | |||||||
— जिला — | |||||||
निर्देशांक: (निर्देशांक ढूँढें) | |||||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||||
देश | भारत | ||||||
राज्य | उत्तराखंड | ||||||
नगर पालिका अध्यक्ष | |||||||
जनसंख्या • घनत्व |
5,66,408 (2001 के अनुसार [update]) • 65/किमी2 (168/मील2) | ||||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
7,217 km² (2,786 sq mi) • 4,700 मीटर (15,420 फी॰) | ||||||
विभिन्न कोड
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आधिकारिक जालस्थल: pithoragarh.nic.in |
पिथौरागढ़ भारतीय राज्य उत्तराखण्ड का एक जिला है। यह क्षेत्र 7090 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। 2011 के जनसंख्या गणना के अनुसार यहाँ कुल 4,85,993 लोग रहते हैं। जिले का मुख्यालय पिथौरागढ़ है। यहाँ आधिकारिक रूप से और शिक्षा के लिए हिन्दी भाषा का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा यहाँ अधिक संख्या में कुमाऊँनी भाषा बोलने वाले लोग रहते हैं। 24 फरवरी 1960 को पिथौरागढ़ की 30 पट्टियां और अल्मोड़े की दो पट्टियों को मिलाकर पिथौरागढ़ जिले का गठन किया गया था।[1]
मौसम
[संपादित करें]पिथौरागढ़ में ग्रीष्म ऋतु के समय गर्मी रहती है और शरद ऋतु के समय ठंड रहती है। वर्ष में सबसे अधिक ठंड दिसम्बर और जनवरी में माह के दौरान होती है। इसके ऊपर के स्थानों में बर्फबारी भी होते रहती है। तापमान मार्च के मध्य से बढ़ना शुरू हो जाता है और जून के मध्य तक रहता है। यहाँ वार्षिक वर्षा 36.7 सेमी होती है।
प्रशासन
[संपादित करें]जिले में 12 तहसीलें हैं: धारचूला, बंगापानी, मुनस्यारी, थल, बेड़ीनाग, गणाईगंगोली, गंगोलीहाट, देवलथल, कनालीछीना, डीडीहाट, तेजम और पिथौरागढ़।[2][3]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अवस्थी, ओपी (2015). "कत्यूरी और चंद राजवंश का भी केंद्र रहा पिथौरागढ़". पिथौरागढ़: दैनिक जागरण. मूल से 1 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 अगस्त 2017.
- ↑ "पिथौरागढ़ जिले की दस तहसीलों में तहसीलदार नहीं". पिथौरागढ़: अमर उजाला. २९ अगस्त २०१६. मूल से 15 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 फरवरी 2018.
- ↑ "बारह तहसील, तीन एसडीएम, एक तहसीलदार". पिथौरागढ़: दैनिक जागरण. २१ सितम्बर २०१६. मूल से 14 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १४ अप्रैल २०१८.