परिमल
दिखावट
परिमल | |
---|---|
[[चित्र:|150px]] मुखपृष्ठ | |
लेखक | सूर्यकांत त्रिपाठी निराला |
देश | भारत |
भाषा | हिंदी |
विषय | साहित्य |
प्रकाशन तिथि |
|
परिमल एक कविता संग्रह है।[1] इसकी रचना सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ने की थी। यह पहली बार ई॰ सन् १९२९ में प्रकाशित हुआ।[2]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ प्रो॰ आर॰पी॰ चतुर्वेदी (२०१०). Great Personalities [महान व्यक्तित्व] (अंग्रेज़ी भाषा में). उपकार प्रकाशन. p. ४३. ISBN 9788174820617. 5 फ़रवरी 2015 को मूल से पुरालेखित. अभिगमन तिथि: 5 फ़रवरी 2015.
- ↑ गोपा सभर्वाल (२०००). "The Indian millennium, AD 1000-2000" [भारतीय सहस्त्राब्दी, ई॰ १०००-२०००] (अंग्रेज़ी भाषा में). पेंगुइन बुक्स (मूल प्रकाशक: यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन). p. ५४८. ISBN 9780140295214. 5 फ़रवरी 2015 को मूल से पुरालेखित. अभिगमन तिथि: 5 फ़रवरी 2015.
![]() | यह लेख किसी पुस्तक के बारे में एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |