पठारी रियासत
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पठारी रियासत की स्थापना ओराकज़ै उपजाति की मिरज़िखेल जनजाति के नवबज़ादा हैदर मोहम्मद खान ने की थी। पहले वो औरंगज़ेब के अधीन काम करते थे लेकिन मुग़ल साम्राज्य के कमजोर होने पर उन्होंने अपने स्वतंत्र राज्य की घोषणा कर दी। भोपाल और राहतगढ़ को नवाब दोस्त मोहम्मद खान नवाब यार मोहम्मद खान और नवाब सुल्तान मोहमद खान के मध्य बांटा गया था जिसका बाद में पठारी रियासत नाम पड़ा।[1]
भारत की स्वतंत्रता के बाद 15 जून 1948 को पठारी नवाब अब्दुल रहिम खान ने इसके भारत में विलय किया।[2] इस राज्य को नये राज्य मध्य भारत में शामिल किया गया जिसका 1 नवम्बर 1956 से नाम बदलकर मध्य प्रदेश कर दिया गया।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Imperial Gazetteer of India, v. 20, p. 29.
- ↑ "Pathari Princely State". Archived from the original on 17 November 2016. Retrieved 10 जनवरी 2023.