नेपाल की जाति व्यवस्था

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नेपाली जाति व्यवस्था नेपाल में सामाजिक स्तरिकरण की परंपरागत व्यवस्था है। यह मुख्यतः हिन्दू धर्म की वर्णाश्रम व्यवस्था से निकली है जिसमें चार मुख्य सामाजिक वर्ग ब्राह्मण, क्षत्रीय, वैश्य औ्र शूद्र आते हैं। जाति व्यवस्था सामाजिक समूहों को स्तरीकृत व्यवस्था में दिखाते हैं जिन्हें जात कहते हैं। यह रिवाज परंपरागत रूप से केवल खस, मधेसी, तथा नेवार लोगों में पायी जाती है। हालांकि १८ वीं सदी में नेपाल के एकीकरण के साथ नेपाल की विभिन्न भारतीय मूल की आदिवासी जातियों और जनजातियों को बहुत हद तक जाति व्यवस्था में शामिल किया जाता रहा है। अखिल हिन्दू सामाजिक संरचना में बलात् शामिल करने के बावजूद आदिम अस्मितामूलक समूह जाति व्यवस्था में शामिल नहीं हैं। [1]

परंपरागत जाति व्यवस्था[संपादित करें]

जाति-उत्पत्ति पर्वतीय हिन्दू समूह/खस[संपादित करें]

खस समुदाय के सदस्य

खस समुदाय की जाति व्यवस्था में तीन समूह हैं। इनकी मातृभाषा नेपाली है। सीबीएस ने २००१ में खस समुदाय में केवल ९ समूह दर्ज किया। [2]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Sharma 2004
  2. MOPE (2002). Nepal Population Report, 2002. Kathmandu: Ministry of Population and Environment, HMG, Nepal.