दत्तात्रय दामोदर दबके भारत की पहली मूक फिल्म राजा हरिश्चंद्र में मुख्य भूमिका (राजा हरिश्चंद्र की) निभाई थी, और इस फिल्म के निर्देशक और निर्माता दादा साहब फाल्के थे। यह फिल्म 21 अप्रैल 1913 को प्रदर्शित हुई थी।[1][2] उन्होंने पी जी सेन के साथ सह-अभिनय किया। उन्होंने तीन और फिल्मों में अभिनय किया और बाद में छायाकार और निर्देशन में भी हाथ आजमाया। उन्होंने राजा हरिश्चंद्र की 1924 की पुनर्निर्माण का निर्देशन किया।[3]
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