थीबी (उपग्रह)
थीबी (यूनानी: Θήβη, अंग्रेज़ी: Thebe) बृहस्पति ग्रह का चौथा सब से अंदरूनी उपग्रह है। इस उपग्रह की खोज ५ मार्च १९७९ को स्टीफ़न सायनोट (Stephen Synnott) नामक अमेरिकी खगोलशास्त्री ने वॉयजर प्रथम द्वारा ली गयी तस्वीरों का अध्ययन कर के की थी। यह उपग्रह बृहस्पति के छल्लों में स्थित है और थीबी गोसेमर छल्ले के बाहरी किनारे पर स्थित है। यह छल्ला इसी उपग्रह से उभरी हुई धुल का बना है। यह बृहस्पति की परिक्रमा उस ग्रह से २,१८,००० किमी की दूरी पर करता है। थीबी बृहस्पति के इतना पास होने से और उस ग्रह की तुलना में बहुत छोटा होने से बृहस्पति की स्थिरमुखी परिक्रमा करता है, यानि परिक्रमा करते हुए थीबी का एक ही रुख़ हमेशा बृहस्पति की ओर होता है।[1]
अकार और रंग-रूप
[संपादित करें]ऐमलथीया का अकार बेढंगा है और उनका माप ११६ - ९८ - ८४ कीमी है (लम्बाई, चौड़ाई, गहराई)। इसका रंग काफ़ी लाल है। वैज्ञानिक अंदाज़ा लगते हैं कि यह अधिकतर पानी की बर्फ का बना हुआ है और इसमें लालीमा प्रदान करने वाले कुछ तत्व मिले हुए हैं।[2] जब गैलिलेओ यान ने इसका अध्ययन किया तो इसपर पहाड़ियाँ और क्रेटर नज़र आये थे।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Jupiter odyssey: the story of NASA's Galileo mission, David M. Harland, Springer, 2000, ISBN 978-1-85233-301-0
- ↑ The grand tour: a traveler's guide to the solar system, Ron Miller, William K. Hartmann, Workman Pub., 1993, ISBN 978-1-56305-031-2