डीआरडीओ निशान्त
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डीआरडीओ निशान्त | |
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प्रकार | सैन्य मानवरहित वायुयान |
उत्पादक | रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन |
अभिकल्पनाकर्ता | डीआरडीओ |
प्रथम उड़ान | १९९५ |
स्थिति | परीक्षण |
प्राथमिक उपयोक्ता | भारतीय थल सेना |
निर्मित | ७९७+ (आदेश पर) |
डीआरडीओ निशान्त एक मानवरहित यान (यूएवी) जिसे भारत के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान जो डीआरडीओ की एक शाखा है, ने भारतीय सशस्त्र बलों के लिए विकसित किया है। निशान्त यूएवी मुख्य रूप से शत्रु के क्षेत्र से खुफिया जानकारी जुटाने, निगरानी, लक्ष्य पद, तोपखाने का मारक सुधार करने, क्षति आकलन इत्यादि के लिए बनाया गया है। इस यूएवी की एकबारगी उड़ान क्षमता ४ घंटे और ३० मिनट है। निशान्त ने विकास चरण और प्रयोक्ता परीक्षण को पूरा कर लिया है।
३८० किलो के निशान्त यूएवी को पन-वायवीय लांचर से रेल-प्रक्षेपण की आवश्यकता होती है और इसे रिकवर करने के लिए पैराशूट प्रणाली चाहिए होती है।
विशेषताएँ[संपादित करें]
- दिन/रात क्षमता
- युद्धक्षेत्र टोहन व गश्ती
- लक्ष्य मार्गन और स्थानीयकरण
- तोपखाने का मारक सुधार
- सर्वक्षेत्रीय गतिशीलता
- लक्ष्य पद (एकीकृत लेजर लक्षित अभिनिहितक का प्रयोग करके)
- एकबारगी उड़ान: ४ घंटे ३० मिनट
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