टक्कर (1995 फ़िल्म)
टक्कर | |
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टक्कर का पोस्टर | |
निर्देशक | भरत रंगाचारी |
लेखक | भूषण बनमाली |
निर्माता | बोहरा बंधु |
अभिनेता |
नसीरुद्दीन शाह, सुनील शेट्टी, सोनाली बेंद्रे, शफ़ी ईनामदार, इशरत अली मोहन जोशी |
छायाकार | लक्ष्मीनारायण |
संगीतकार | अनु मलिक |
प्रदर्शन तिथि |
14 जुलाई 1995 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
टक्कर 1995 में बनी हिन्दी भाषा की एक्शन फिल्म है। इसको भरत रंगाचारी ने निर्देशित किया और इसमें मुख्य कलाकार नसीरुद्दीन शाह और सुनील शेट्टी हैं। फ़िल्म में संगीत अनु मलिक ने दिया था और एक गीत "आँखों में बसे हो तुम" प्रसिद्ध है।[1]
संक्षेप
[संपादित करें]रवि मल्होत्रा (सुनील शेट्टी) और मोहिनी (सोनाली बेंद्रे) प्रेमी हैं; उनकी सगाई हो गई है और 4 दिन में उनकी शादी होने वाली है। दुर्भाग्य से शादी के दिन रवि को पुलिस इंस्पेक्टर डी'कोस्टा (नसीरुद्दीन शाह) ने एक मुठभेड़ में गोली मार दी। वह गंभीर रूप से घायल हो जाता है और बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। जब रवि ठीक हो जाता है तो उसे अदालत के सामने पेश किया जाता है और उस पर ड्रग्स रखने का आरोप लगाया जाता है। इस आरोप में उसे 4 साल की कैद की सजा होती है। मोहिनी को पता है कि रवि निर्दोष है और वह उससे शादी करने के लिए उसकी सजा पूरी होने तक इंतजार करने का फैसला करती है। कानून और पुलिस द्वारा अपने साथ हुए अन्याय को देखकर रवि जेल में कानून की पढ़ाई करने का फैसला करता है। तभी उसे चलता है कि कई अन्य कैदी इंस्पेक्टर डी'कोस्टा द्वारा उनके साथ किए गए अन्याय का बदला लेना चाहते हैं। इस बीच इंस्पेक्टर डी'कोस्टा मोहिनी पे लालसा रखता है।
सौभाग्य से रवि को अच्छे आचरण के कारण उसे ढाई साल के बाद रिहा कर दिया जाता है। अब वह एक योग्य वकील है। रवि, अपनी वकालत से डी'कोस्टा का पर्दाफाश करना चाहता है। फिर रवि और मोहिनी की शादी हो जाती है। डी'कोस्टा को मोहिनी के प्रति अपने प्यार का इज़हार करके चीजों को बदतर कर देता है।मोहिनी को डीसीपी मिश्रा (शफ़ी ईनामदार) के पास शिकायत दर्ज करनी पड़ती है। लेकिन दुर्भाग्य से डीसीपी मिश्रा की हत्या हो जाती है। डी'कोस्टा खुद यह साबित करने की कोशिश करता है कि कई बच्चों का अपहरण करने वाले आतंकवादियों ने डीसीपी की हत्या की है। अपनी वर्षों की सेवा और एक पुलिस इंस्पेक्टर के रूप में मिली सफलताओं के कारण डी'कोस्टा को नया डीसीपी बनाया जाएगा। वह इस पद का उपयोग रवि और उसकी पत्नी को और अधिक पीड़ा देने के लिए करना चाहता है।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- नसीरुद्दीन शाह — इंस्पेक्टर डी'कोस्टा
- सुनील शेट्टी — रवि मल्होत्रा
- सोनाली बेंद्रे — मोहिनी
- शफ़ी ईनामदार — डीसीपी मिश्रा
- इशरत अली — काले सरकार
- मोहन जोशी — राजा ठाकुर
- राकेश बेदी — काकू
- टीकू तलसानिया — मामाजी
- हिमानी शिवपुरी — रवि की माता
- अजीत वाच्छानी — सिकन्दर बख्त
- अर्चना पूरन सिंह — लिली
संगीत
[संपादित करें]सभी अनु मलिक द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "आँखों में बसाया था" | माया गोविन्द | कुमार सानु | 5:35 |
2. | "आँखों में बसे हो तुम" | माया गोविन्द | अभिजीत, अलका याज्ञनिक | 5:35 |
3. | "दिल गया हाथों से" | रानी मलिक | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 7:01 |
4. | "लव इज़ मैडनेस" | देव कोहली | अलीशा चिनॉय | 6:39 |
5. | "माई नेम इज़ लैला" | राहत इन्दौरी | सपना मुखर्जी | 6:06 |
6. | "पलकें हो खुली या बंध" | रानी मलिक | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 5:54 |
7. | "तेरी आँखों ने ऐसा कमाल किया" | नवाब आरज़ू | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 6:21 |
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "सुनील शेट्टी ने फेमस ग्रुप के साथ 'आंखों में बसे हो तुम' पर किया मजेदार डांस, लोगों ने उन्हें कहा- पुरानी वाइन". नवभारत टाइम्स. अभिगमन तिथि 1 अगस्त 2023.