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चिन्मय विश्वविद्यापीठ

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चिन्मय विश्वविद्यापीठ UGC द्वारा अनुमोदित 'नए सिरे से' श्रेणी में एक डीम्ड विश्वविद्यालय है। चिन्मय विश्वविद्यापीठ की शुरुआत 2016 में भारतीय ज्ञान प्रणाली, संस्कृत और भारतीय परंपराओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हुई थी, 2016 को इसलिए चुना गया क्योंकि यह चिन्मय मिशन के संस्थापक स्वामी चिन्मयानंद का शताब्दी वर्ष है। एर्नाकुलम जिला, केरल में एक निजी विश्वविद्यालय है[1] चिन्मय विश्वविद्यापीठ की साखा पुणे मैं भी है उसे नाद बिंदु गुरुकुल कहते है|

इतिहास[संपादित करें]

इस विश्वविद्यालय की स्थापना 2016 में हुई[2]


परिसर[संपादित करें]

इस का परिसर आदिशंकरनिलयम की ज़मीं पे फैला हुआ है| संस्कृत, मनोविज्ञान, प्रबंधन, शिक्षा, और कला, के छात्र है |

विश्वविद्यालय के समाज[संपादित करें]

क्रिएटिव एंड डिबेटिंग सोसाइटी जिसमे कविता, हिप हॉप डिबेट, और ऑक्सफोर्ड डिबेट करवाये जाते हैं | आदित्य राजा मनोचिकित्सक ने इसकी स्थापना की थी|

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "New campus for Chinmaya Vishwavidyapeeth". The Hindu (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-5-9. |access-date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  2. "Chinmaya Vishwavidyapeeth in Kerala given status of 'deemed-to-be- university'". New Indian Express (अंग्रेज़ी में). 2022-05-09. अभिगमन तिथि 2022-5-9. |access-date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)