क़ाईम अली शाह
विधायक क़ाईम अली शाह | |
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विल्यम हेग और काईम अली शाह् | |
२८वें मुख्यमंत्री, सिंध
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पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण ३० मई २०१३ | |
राष्ट्रपति | ममनून हुसैन |
प्रधानमंत्री | नवाज़ शरीफ़ |
राज्यपाल | इश्रतुल इबाद खान |
पूर्वा धिकारी | ज़ाहिद क़ुरबान अल्वी |
२६वें मुख्यमंत्री, सिंध
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पद बहाल ६ अप्रैल २००८ – २० मार्च २०१३ | |
राष्ट्रपति | आसिफ अली जर्दारी |
प्रधानमंत्री | यूसुफ़ रज़ा गिलानी राजा परवेज़ अश्रफ़ मीर हज़र खान खोसो |
राज्यपाल | ईशरतुल इबाद खान |
पूर्वा धिकारी | अब्दुल क़ादिर हालेपोटो |
उत्तरा धिकारी | ज़ाहिद कुर्बान अल्वी |
१७वें मुख्यमंत्री (सिंध)
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पद बहाल २ दिसंबर १९८८ – २५ फ़र्वरी १९९० | |
राष्ट्रपति | गुलाम इशाक खान |
प्रधानमंत्री | बेनज़ीर भुट्टो |
राज्यपाल | क़दीरुद्दीन अहमद फ़ख़रुद्दीन इब्राहिम |
पूर्वा धिकारी | अख़तर अली ग़ुलाम क़ाज़ी |
उत्तरा धिकारी | अफ़ताब शबान मिरानी |
विधायक, सिंध
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पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण २००८ | |
जन्म | सितंबर १३, १९२८ [1] |
नागरिकता | पाकिस्तानी |
राजनीतिक दल | पाकिस्तान पीपल्स पार्टी |
निवास | कराँची |
धर्म | इस्लाम |
सैयद क़ाईम अली शाह, एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ, सिंध के तीन बार निर्वाचित मुख्यमंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सिंध के प्रमुख हैं। वे पूर्व उद्योग मंत्री और मंत्री कश्मीर भी रह चुके हैं। वे ख़ैरपुर से पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के सिंध विधानसभा में निर्वाचित हुए।
प्रारंभिक जीवन
[संपादित करें]काइम अली शाह, रमजान अली शाह गिलानी के घर पैदा हुए। नाज़ हाई स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद उनका विवाह हो गई। उन्होंने अपनी बीए की सिक्षा, कराची विश्वविद्यालय से पूरी की। एसएम लाॅ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की। वे जुल्फिकार अली भुट्टो के अत्यंत करीबी सहयोगियों में शुमार हैं।
राजनीतिक जीवन
[संपादित करें]ख़ैरपुर जिला परिषद के सभापति चुने जाने के बाद 1967 में वे जुल्फिकार अली भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी में शामिल हो गए। 1970 के चुनाव में उन्होंने ख़ैरपुर में गौस अली शाह को हराकर जीत हासिल की जिसके बाद जुल्फिकार अली भुट्टो ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया। 1977 में जिया उल हक की सत्ता में आने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया परंतु वे पीपुल्स पार्टी के वफादार रहे। इसी तरह 1990, 1993, 2002 और 2008 के चुनावों में भी वे विजेता रहे। उन्हें तीन बार मुख्यमंत्री सिंध होने का गौरव प्राप्त है।