एस एम कृष्णा
एस एम कृष्णा | |
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कार्यकाल 2009 से 2014 | |
कार्यकाल 2004-2008 | |
कार्यकाल 1999 - 2004 | |
कार्यकाल 1992-1994 | |
कार्यकाल 1989-92 | |
कार्यकाल 1984-1985 | |
कार्यकाल 1983-1984 | |
कार्यकाल 1972-1977 | |
कार्यकाल 1972-1977 | |
कार्यकाल 1980-1984 | |
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एस एम कृष्णा, जन्म1932, पूरा नाम- सोमनाहल्ली मल्लैया कृष्णा, वर्ष1999 से 2004 कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे और वर्ष 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे। 22 मई 2009 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कृष्णा को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया गया और 23 मई 2009 विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी
प्रारंभिक जीवन
[संपादित करें]एस एम कृष्णा के पिता का नाम एस सी मल्लैया है। कृष्णा ने अपनी स्नातक की पढ़ाई मैसूर के महाराजा कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। फिर बैंगलोर के सरकारी कॉलेज से कानून की डिग्री ली। उच्च शिक्षा के लिए वे अमेरिका गए। वहां से स्नातक करने के बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय कानून में शिक्षण शुरू की। अमेरिका में उनकी सक्रिय राजनीति में रूचि जगी. वहां उन्होंने जॉन एफ कैनेडी के राष्ट्रपति चुनाव का प्रचार किया। कर्नाटक से लौटने के तुरंत बाद 1962 में उन्हें कर्नाटक विधानसभा का सदस्य चुना गया। 29 अप्रैल, 1964 को प्रेमा के साथ उनका विवाह हुआ। एस एम कृष्णा अच्छे टेनिस खिलाड़ी हैं और नियमित टेनिस खेलते हैं।
करियर
[संपादित करें]कर्नाटक के मांड्या से वे कई बार सांसद चुने गए। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के प्रधानमंत्रित्व में उन्होंने मंत्री के रूप में कार्य किया। 1983-84 के बीच इंदिरा गांधी और 1984-85 के बीच राजीव गांधी के काल में वे उद्योग और वित्त राज्य मंत्री बने। 1996 और 2006 में वे राज्यसभा सदस्य चुने गए। विभिन्न कालों में वे कर्नाटक विधानसभा के सदस्य रहे। 1989-1992 के बीच वे कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री रहे। 1999 में वे कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने और प्रदेश में पार्टी को जीत दिलाई. इस तरह वे 2004 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने आधुनिक बैंगलोर का जनक कहा जाता है। उन्होंने सरकारी-निजी साझेदारी का समर्थन किया। 2004 में वे महाराष्ट्र के राज्यपाल बने। सक्रिय राजनीति में लौटने के उद्देश्य से उन्होंने 5 मार्च 2008 को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 22 मार्च 2009 को डॉ मनमोहन सिंह ने उन्हें अपने कैबिनेट में शामिल कर लिया और उन्हें विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी. एसएम कृष्णा, मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल के एक मात्र ऐसे मंत्री हैं जो मंत्री, उपमुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और तीन बार केंद्रीय मंत्री का पद संभाल चुके हैं।
पद जिन्हें कृष्णा संभाल चुके हैं
[संपादित करें]- कर्नाटक विधानसभा के सदस्य, 1962-67
- राष्ट्रमंडल जाने वाले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य
- संसदीय सम्मेलन, न्यूजीलैंड, 1965
- सदस्य, 5वीं लोकसभा 1971-1976
- सदस्य, 7वीं लोकसभा 1980-1984
- सदस्य, कर्नाटक विधान परिषद 1972-1977
- वाणिज्य, उद्योग और संसदीय मामलों के मंत्री, कर्नाटक सरकार, 1972-77
- सदस्य, संयुक्त राष्ट्र में भारतीय प्रतिनिधिमंडल, 1982
- केंद्रीय उद्योग राज्यमंत्री 1983-1984
- केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री 1984-1985
- सदस्य, कर्नाटक की नौंवी विधानसभा, 1989-1992
- अध्यक्ष, कर्नाटक विधानसभा, 1989-92
- ब्रिटेन में राष्ट्रमंडल संसदीय सेमिनार में प्रतिनिधि, 1990
- उपमुख्यमंत्री, कर्नाटक, 1992-1994
- राज्यसभा सदस्य, 1996
- मुख्यमंत्री, कर्नाटक 1999 - 2004
- कर्नाटक विधानसभा सदस्य: 2004
- राज्यपाल, महाराष्ट्र: 2004-2008
- केंद्रीय मंत्री: मई 22,2009
- विदेशमंत्री, मई, 23, 2009