ऊष्मा इंजन
जो इंजन ऊष्मा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलते हैं उन्हें ऊष्मा इंजन (थर्मल इंजन) कहते हैं। ये इंजन ऊष्मा के उच्च ताप से निम्न ताप पर प्रवाहित होने के गुण का उपयोग करके बनाए जाते हैं। इसके विपरीत वे इंजन जो यांत्रिक ऊर्जा की सहायता से ऊष्मा को अधिक ताप से कम ताप पर ले जाते हैं उन्हें 'ऊष्मा पम्प' या 'प्रशीतक' (रेफ्रिजिरेटर) कहते हैं।
उच्च ताप से निम्न ताप पर ऊष्मा किसी तरल के सहारे स्थानान्तरित होती है। ऊष्मा मशीनें प्रायः किसी ऊष्मा चक्र में काम करती हैं। इसीलिए इन्हें सम्बन्धित ऊष्मागतिकीय चक्र (थर्मोडाइनेमिक सायकिल) के नाम से जाना जाता है। उदाहरण के लिए कर्ना चक्र पर काम करने वाला ऊष्मा इंजन 'कर्ना इंजन' कहलाता है।
ऊष्मा इंजन अन्य इंजनों से इस मामले में भिन्न हैं कि इनकी अधिकतम दक्षता कर्ना के प्रमेय से निर्धारित होती है जो अपेक्षाकृत बहुत कम होती है। किन्तु फिर भी ऊष्मा इंजन सर्वाधिक प्रचलित इंजन है क्योंकि लगभग सभी प्रकार की उर्जाओं को ऊष्मा में बहुत आसानी से बदला जा सकता है और ऊष्मा इंजन द्वारा इस ऊष्मा को यांत्रिक ऊर्जा में।
वर्गीकरण
[संपादित करें]अन्तर्दहन इंजन
[संपादित करें]अन्तर्दहन इंजन |
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घूर्णी (रोटरी) | टर्बोमशीन | गैस टर्बाइन |
आयतनी | वांकल इंजन, अर्धटर्बाइन | |
प्रत्यागामी | कम्प्रेशन प्रज्वलन | डीजल इंजन |
स्पार्क प्रज्वलन | प्रत्यागामी इंजन (आटो, मिलर, लीन-बर्न, ऐट्किंसन) | |
प्रतिक्रिया | रॉकेट इंजन | द्रव/ठोस प्रणोदक रॉकेट |
कम्प्रेस्सर-रहित वायुश्वासी | रैमजेट स्क्रैमजेट | |
कम्प्रेसरयुक्त वायुश्वासी | टर्बोजेट टर्बोफैन टर्बोप्रोप |
बहिर्दहन इंजन
[संपादित करें]बहिर्दहन इंजन |
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संघनीय तरल | घूर्णी मशीन | वाष्प टर्बाइन (बन्द या खुला चक्र) |
प्रत्यागामी | भाप का इंजन (बन्द या खुला चक्र) | |
असंघनीय तरल | घूर्णी मशीन | बन्द चक्र गैस टर्बाइन |
प्रत्यागामी | स्टर्लिंग इंजन |
बाहरी कड़ियाँ
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