ऊदबिलाव
ऊदबिलाव | |
---|---|
यूरेशियाई ऊदबिलाव | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | जंतु |
संघ: | कौरडेटा |
वर्ग: | स्तनधारी |
गण: | मांसाहारी |
कुल: | मस्टेलिडाए |
उपकुल: | लूट्रिनाए बोनापार्ट, 1838 |
ऊदबिलाव (अंग्रेज़ी: Otter) एक अर्धजलीय (जल और स्थल में समय बांटने वाला) स्तनधारी जानवर है। यह एक मांसाहारी प्राणी है। इसकी 13 ज्ञात जातियाँ हैं। ऑस्ट्रेलिया और अन्टार्कटिका को छोड़कर ऊदबिलाव बाक़ी सभी महाद्वीपों पर मिलते हैं।[1]
ऊदबिलावों के शरीर लम्बे और पतले होते हैं। इनकी छोटी बाज़ुओं के अंत में तेज़ नाखूनों वाले जालीदार पाँव होते हैं (जिनकी उँगलियों के बीच त्वचा हो)। इन जालीदार पांवों से उन्हें तैरने में आसानी रहती है। भिन्न जातियों के आकारों में अन्तर होता है। इनकी लम्बाई 0.6 से 1.8 मीटर के बीच होती है और वज़न 1 से 45 किलो के बीच। बहुत से ऊदबिलाव बेहद ठन्डे पानी में भी रह सकते हैं क्योंकि उनके शरीर में खाना को तेज़ी से पचकर बहुत ऊर्जा बनती रहती है जिस से वह अपना तापमान संतुलित रख पाते हैं। इसी कारण उन्हें बहुत खाना भी पड़ता है। यूरोपियाई ऊदबिलाव रोज़ अपने शरीर के वज़न के 15% के बराबर खाना खा लेते हैं।[2]
परिचय
[संपादित करें]ऊद मांसाहारी गण का ढाई तीन फुट लंबा स्तनधारी जीव है जो अपना अधिक समय पानी में ही बिताता है। यह जल और स्थल दोनों पर बड़ी खूबी से तैर और चल लेता है। इसकी कई जातियाँ यूरोप तथा एशिया में फैली हुई जहाँ ये नदियों, झीलों और बड़े तालाबों के किनारे कई मुँहवाले बिल बनाकर रहती हैं।
ऊद का शरीर लंबा, टाँगें छोटी, सर चपटा और थूथन चौड़ा होता है। इसकी आँखें छोटी, मूँछे घनी और कान छोटे तथा गोलाकार होते हैं। पैरों की उँगलियाँ बत्तखों की तरह जालपाद होती हैं और पंजों में तेज नाखून रहते हैं। इनके शरीर का ऊपरी भाग कत्थई लिए भूरा और नीचे का सफेद रहता है। शरीर के बड़े वालों के नीचे छोटे और घने बालों की एक तह रहती है जिसका रंग सफेदी लिए रहता है। नर का भार १०-१२ किलो और मादा का लगभग ८ किलो रहता है। नर मादा से कुछ बड़ा होता है।
ऊद की लुट्रा नाम की जाति संसार में सबसे अधिक संख्या में पाई जाती है। उत्तरी अमरीका में इसका स्थान लुट्रा कैनाडेन्सिस तथा दक्षिणी अमरीका, अफ्रीका और एशिया के दक्षिणी भागों में अन्य जातियाँ ले लेती हैं, परंतु इनकी आकृति तथा स्वभाव में अधिक भेद नहीं होता।
ऊद बहुत खिलाड़ी जीव हैं, जो पानी के भीतर मछलियों की तरह तैर लेते हैं। ये प्राय : ५-७ के समूह में रहते हैं और पानी में घेरा डालकर मछलियों का शिकार करते हैं। इनका मुख्य भोजन तो मछली ही है, परंतु ये पानी की चिडियाँ, छोटे जानवर, घोघें, कटुए तथा कीड़े मकोड़ों से भी अपना पेट भरते हैं। मादा अपने बिल में मार्च अप्रैल में दो तीन बच्चे जनती है जिनकी आँखें कुछ दिनों बाद खुलती हैं। ये बच्चे बहुत आसानी से पालतू हो जाते हैं और अपने मालिक के पीछे-पीछे कुत्तों की तरह फिरा करते हैं।
ऊद की एक जाति इनहाइड्रा लुट्रिस प्रशांत महासागर के उत्तरी भागों में कैलिफ़ोर्निया से अलास्का तक पाई जाती है। ये समुद्री ऊद लगभग ५ फुट लंबे होते हैं और इनका ऊर्णजिन (फ़र) संसार में सबसे सुंदर माना जाता है। इसी कारण इनका इतना शिकार हुआ कि यदि समय से इनके शिकार पर प्रतिबंध न लग गया होता तो अब तक इनका लोप हो गया होता।
समुद्री ऊद भूमि पर बहुत कम जाते हैं और बहुधा अपनी अगली टाँगों को सीने पर रखकर पानी में चित्त होकर तैरते रहते हैं। इनका भी मुख्य भोजन मछली है।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Otter, Michael Leach, pp. 4, The Rosen Publishing Group, 2008, ISBN 978-1-4358-4993-8, ... Otters are semiaquatic members of the weasel family. They live on coasts, and beside rivers, lakes and marshes. There are 13 species of otter alive today. They live on every continent, apart from Australia and Antarctica ...
- ↑ California marine life, Marty Snyderman, Marcor Publishers, 1988, ISBN 978-0-932248-07-7, ... Lacking a fat layer to assist in maintaining their 100° F body temperature, young otters often consume up to 35% of their body weight in a day's feeding in order to combat the effects of cold water. Adults eat closer to 15% of their weight ...