इरक्वॉइ
इरक्वॉइ (अंग्रेज़ी: Iroquois) पूर्वी उत्तर अमेरिका के कुछ ऐसे मूल अमेरिकी आदिवासियों के क़बीलों का समूह है जिनमें आपस में जाती और भाषा की बहुत सी समानताएँ हैं। सोलहवी सदी ईसवी में कई भिन्न इरक्वॉइ गुटों में मिलकर एक परिसंघ बनाया, जो "इरक्वॉइ परिसंघ" के नाम से मशहूर हो गया। शुरू में इस परिसंघ में पाँच आदिवासी राष्ट्र - मोहॉक, ओनीडा, ओनोनडागा, कायूगा, सॅनॅका - शामिल थे लेकिन १७२२ में तुस्कारोरा आदिवासी राष्ट्र भी इसमें शामिल हो गया। इसलिए इन्हें १७२२ तक "पंचराष्ट्र" कहा जाता था और उसके बाद "षष्ठराष्ट्र" कहा जाने लगा। आधुनिक युग में इरक्वॉइ लोग कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यू यॉर्क राज्य में रहते हैं। इरक्वॉइ लोगों में लम्बेघर बनाने की परम्परा थी, इसलिए इन्हें "हौडेनोशौनी लोग" भी कहा जाता है, जिसका इरक्वॉइ भाषा में अर्थ है "लम्बेघर के लोग"।[1]
इरक्वॉइ संस्कृति और इतिहास
[संपादित करें]इरक्वॉइ क़बीलों में अपने क्षेत्र को फैलाने का रिवाज शुरू से ही था। वे ग़ैर-इरक्वॉइ क़बीलों पर हमला करते और उनको हरा देते। लेकिन हराए हुए लोगों को मारने या दास बनाने की बजाए, इरक्वॉइ रिवायत थी के उनके युवक-युवतियों और बच्चों को पूरी तरह और सम्मान के साथ इरक्वॉइ जाति में बराबरी का सदस्य बना लिया जाए। अठारवी सदी ईसवी में, अँगरेज़ लेखक कैडवॉलअडर कोलडॅन ने इरक्वॉइ संस्कृति का अध्ययन करते हुए कहा के "पंचराष्ट्र का हमेशा उसूल रहा है के, जिन क़बीलों को वह हराते हैं, उनके जवानों और बच्चों को बचाकर अपनी ही राष्ट्र की संतान की तरह, बिना कोई फ़र्क दिखाए, उन्हें पाला और सिखाया जाये - इस वजह से यह नए बच्चे और युवक जल्द ही अपना देश और राष्ट्र भूलकर पंचराष्ट्र का हिस्सा बन जाते हैं और पंचराष्ट्र ने जितने भी लोगों को युद्ध में खोया हो, उतने ही वह वापस पा लेते हैं।" १६६८ में इरक्वॉइ की ओनीडा शाखा के गाँवों में देखा गया के दो-तिहाई लोग दरअसल अल्गोंक्वीयन और ह्युरौन मूल के थे जो इरक्वॉइ जाति का हिस्सा नहीं होते, लेकिन वे अपने आप को इरक्वॉइ ही समझते थे।
खाना
[संपादित करें]इरक्वॉइ लोग पेशे से किसान, मछुआरे, शिकारी और जंगल से फल-वग़ैराह इकट्ठा करने वाले लोग थे, लेकिन उनकी अधिकतर ख़ुराक़ खेती से ही आती थी।
तीन फ़सलें प्रमुख थीं - मक्का, कद्दू और लोबिया - जिन्हें "तीन बहने" कहा जाता था और परमात्मा की ख़ास देन समझा जाता था। इन तीनों को इरक्वॉइ लोग एक ही खेत में एक साथ उगाते थे। मक्का तो सीधा उगता था, लोबिये की बेलें मक्के के तने के इर्द-गिर्द लिपटकर उगती थी क्योंकि उन्हें सहारे की ज़रुरत होती है और कद्दू मक्के के बड़े पत्तों की छाएँ में उगता था क्योंकि उसे ज़मीन की नमी की ज़रुरत होती है और छाएँ में ज़मीन नम रहती थी। इरक्वॉइ क्षेत्रों में सर्दियों में ज़बरदस्त बर्फ़ गिरती थी इसलिए वे गर्मियों में भी फ़सलें उगाकर उसे सर्दियों के लिए भंडारों में जमा कर लेते थे। इन भंडारों में खाना ख़राब होने से पहले २ से ३ साल तक खाने योग्य रहता था। जब भी ज़मीन बंजर होने लगती, पूरा गाँव उठकर किसी नयी जगह जा बसता था।
वनों से चीजें इकट्ठे करने का काम औरतों और बच्चों का था। वे जंगलों से बेरियाँ, खाने योग्य जड़ें, सब्ज़ियाँ और बीज खोज कर लाया करते थे। इन वनों के कुछ मेपल जैसे पेड़ों के तने से पतले शहद जैसा रस भी निकलता है इसलिए वे पेड़ों में सुराख़ बनाकर यह भी इकट्ठा करते थे।
स्त्रियों का सामाजिक स्थान
[संपादित करें]इरक्वॉइ समाज में औरतों को लगभग बराबरी हासिल थी। उन्हें अपने नाम पर सम्पत्ति रखने का अधिकार था जो तलाक़ की सूरत में उन्ही की बनी रहती थी। इरक्वॉइ समाज में वंश माँ की ओर से चलता था और इरक्वॉइ लम्बेघर मातृवंशों की सम्पत्ति ही होते थे। शादी के बाद पति अपनी पत्नी के वन्श के लम्बेघर में रहने लगता था। अगर मिया-बीवी में ना बने तो वह अपनी सम्पत्ति लेकर लम्बाघर छोड़ देता था। बच्चे हर हाल में माँ के साथ ही रहते थे और उसी के वन्श के समझे जाते थे।
इरक्वॉइ के छ्ह राष्ट्र
[संपादित करें]इरक्वॉइ के छह राष्ट्रों की फ़हरिस्त इस प्रकार है -
राष्ट्र का नाम | अंग्रेज़ी नाम | इरक्वॉइ भाषा में नाम | नाम का अर्थ | १७वी और १८वी सदी में निवास स्थान |
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सॅनॅका | Seneca | ओनोनदोवाहगाह | "महान पहाड़ के लोग" | न्यू यॉर्क राज्य की सॅनॅका झील और जॅनॅसी नदी |
कायूगा | Cayuga | गुयोहकोहन्योह | "महान दलदली क्षेत्र के लोग" | न्यू यॉर्क राज्य की कायूगा झील |
ओनोनडागा | Onondaga | ओनोएँदागेगा' | "पहाड़ों के लोग" | न्यू यॉर्क राज्य की ओनोनडागा झील |
ओनीडा | Oneida | ओनयोतेकाओनो | "खड़ी चट्टान के लोग" | न्यू यॉर्क राज्य की ओनीडा झील |
मोहॉक | Mohawk | कानिएनकेहाका | "महान फ़्लिन्ट१ के लोग" | न्यू यॉर्क राज्य की मोहॉक नदी |
तुस्कारोरा | Tuscarora२ | स्कारूरे | "भांग इकट्ठा करने वाले लोग"[2] | उत्तरी केरोलिना |
१ फ़्लिन्ट एक क़िस्म का सख़्त पत्थर होता है
२ यह शुरु में बने इरक्वॉइ पंचराष्ट्र का हिस्सा नहीं थे और इनके १७२० ई॰ में शामिल होने से इरक्वॉइ षष्ठराष्ट्र बना
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ तुस्कारोरा-अंग्रेज़ी शब्दकोश (तुस्कारोरा-इंग्लिश डिक्शनरी) Archived 2015-04-04 at the वेबैक मशीन, ब्लेर रूड्ज़ (सम्पादक), टोरण्टो विश्वविद्यालय प्रेस, १९९९. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ संख्यांक ९७८०८०२०४३३६८.
- ↑ "Catholic Encyclopedia: Iroquois". Newadvent.org. 1910-10-01. मूल से 1 फ़रवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2011-02-27.