अजित बरुवा
दिखावट
| अजित बरुवा | |
|---|---|
| पेशा | साहित्यकार |
| भाषा | असमिया भाषा |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| विषय | कविता–संग्रह |
| उल्लेखनीय कामs | ब्रह्मपुत्रप इत्यादि पद्य |
अजित बरुवा (असमिया: অজিৎ বৰুৱা; १९ अगस्त १९२६ से ३ अप्रैल २०१५) एक कवि-सहित्यिक, अनुवादक और प्रशाशनिक विषया थे। ब्रह्मपुत्र इत्यादि कविता ग्रन्थ के लिए उन्हे सन १९८९ में साहित्य अकादमी पुरस्कार (असमिया) मिला।[1][2] १९६३ के जेंराइ कविता के लिए वे जनप्रिय हुए।[3] इलियत की शैली असमीया कविताओ में लाकर वे एक प्रकार से असमीया कविता की बौद्धिकता वापस लाए।[4] ३ अप्रैल २०१५ को ८९ साल की उम्र में वे परलोक सिधारे।
तथ्य संग्रह
[संपादित करें]- ↑ Satyendra Nath Sarma (1976). A History of Indian Literature: Modern Indo-Aryan literatures. Assamese literature. Otto Harrassowitz Verlag. pp. 104–. ISBN 978-3-447-01736-7. 10 अप्रैल 2015 को मूल से पुरालेखित. अभिगमन तिथि: 27 November 2012.
- ↑ "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 11 सितंबर 2016.
- ↑ "Ajit Barua passes away". The Assam Tribune. 3 এপ্ৰিল 2015. 8 अगस्त 2017 को मूल से पुरालेखित. अभिगमन तिथि: 4 এপ্ৰিল 2015.
{{cite web}}: Check date values in:|accessdate=and|date=(help) - ↑ Subodh Kapoor (জানুৱাৰী 2002). "The Indian Encyclopaedia, Volume 1". Cosmo publications. 10 अप्रैल 2015 को मूल से पुरालेखित. अभिगमन तिथि: 4 এপ্ৰিল 2015.
{{cite web}}: Check date values in:|accessdate=and|date=(help)