हीरा लाल शास्त्री
हीरालाल शास्त्री | |
प्रथम राजस्थान के मुख्यमंत्री
| |
कार्यकाल 7 अप्रैल 1949 – 5 जनवरी 1951 | |
पूर्व अधिकारी | कोई नही |
---|---|
उत्तराधिकारी | सी एस वेँकटाचारी |
प्रधानमंत्री, वृहद राजस्थान
| |
कार्यकाल 1949 | |
पूर्व अधिकारी | माणिक्यलाल वर्मा |
जन्म | 24 नवम्बर 1889 जोबनेर, जयपुर जिला |
मृत्यु | दिसम्बर 28, 1974 |
राजनैतिक पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पण्डित हीरालाल शास्त्री (24 नवम्बर 1899 - 28 दिसम्बर 1974)) भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी तथा राजनेता तथा वनस्थली विद्यापीठ के संस्थापक थे। वे राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री (30 मार्च 1948 से 5 जनवरी 1951 तक) बने।
आत्मकथा:- प्रत्यक्ष जीवन शास्त्र
प्रसिद्ध गीत :- प्रलय प्रतीक्षा नमो नमो (1930)
जीवन परिचय
[संपादित करें]हीरालाल शास्त्री का जन्म 24 नवम्बर 1899 को जयपुर जिले में जोबनेर के एक किसान परिवार में हुआ था। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा जोबनेर में हुई। 1920 में उन्होंने साहित्य-शास्त्री की डिग्री प्राप्त की। 1921 में जयपुर के महाराज कालेज से बी.ए. किया और वे इस परीक्षा में सर्वप्रथम आए।
हीरालाल की बचपन से ही यह उत्कट अभिलाषा थी कि वे किसी गाँव में जाकर दीन-दलितों की सेवा सेवा में अपना सारा जीवन लगा दें। हालाँकि 1921 में वे जयपुर राज राज्य सेवा में आ गए थे और बड़ी तेजी से उन्नति करते हुए गृह और विदेश विभागों में सचिव बने थे, फिर भी 1927 में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया। प्रशासनिक सेवा के दौरान उन्हेंने बड़ी मेहनत, कार्यकुशलता और निर्भीकता से काम किया था।
राजनीतिक जीवन
[संपादित करें]हीरालाल शास्त्री राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री थे। 7 अप्रेल 1949 को इन्होंने राजस्थान का प्रथम मुख्यमंत्री बनाया गया। इनका जन्म जोबनेर(जयपुर) मे हुआ। 26 जनवरी 1950 तक इनका पदनाम प्रधानमंत्री था, फिर संविधान लागू होने पर इनका पदनाम मुख्यमंत्री हो गया। सवतंत्रता से पूर्व हीरालाल शास्त्री जयपुर प्रजामंडल मे सक्रिय थे।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]यह एक भारतीय राजनीतिज्ञ सम्बन्धी लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |