सदस्य वार्ता:Malkhansingh44
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-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 01:17, 27 जुलाई 2017 (UTC)
दहेज,जैसी कुप्रथा,समाज से मिटाने, स्वम् बहिन,बेटीयो को पहल करना होगी,[संपादित करें]
सबसे पहले हमें अपने घर को स्वच्छ करना होगा तब हम किसी को साफ सफाई के लिए एडवाइज दे सकते है ! हमे सबसे पहले अपने माता पिता को दहेज लेने से रोकना होगा, यह पहल किसी और को नही बल्कि ,स्वम् बहिन,बेटियों को करना होगी,बहिनो के भाई भी होते है ! सभी बहिने संकल्प लें कि हर बहिन अपने भाई के विवाह में दहेज नही लेने देगी ! तभी वह दूसरे को सलाह दे सकती है ,सदैव ऐसा ही होता है ,जो व्यवहार हम अपने लिए पसंद नही करते, उस व्यवहार, की हम किसी से चाह नही कर सकते ! जब हर बहिन अपने भाई के विवाह में दहेज नही लेने देगी तो एक समय ऐसा आयेगा की दहेज पर पूर्ण रूप से रोक लग जायेगी ,दहेज के कारण कई बहिन बेटियों का जीवन तवाह हो जाता है , आज न्यायालयों में सभी प्रकरणों की समीक्षा की जाये तो सबसे ज्यादा प्रकरण दहेज के कारण ,उत्पीड़न ,उसके बाद,दहेज हत्या,या आत्म हत्या, के निकलेंगे ! में यह नही कहूंगा कि दहेज हत्या के ,90 फीसदी प्रकरण,मिथ्या कहानी के आधार पर,गढ़े जाते है, ..हां यह बात सच है कि उत्पीड़न,ग्रह क्लेश,बहिन बेटीयो को आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित अवश्य करता है ,यहाँ उत्पीड़न के कारण आत्महत्या के 100 फीसदी प्रकरणों में सच्चाई है ! जिसका कारण अधिकतर दहेज जैसी कुप्रथा है ! और जिन कुप्रथाओ से जितने भी ब्यक्ति पीड़ित है उनको स्वम को पहल करना होगा किसी रैली,सभा,गोष्ठी,विचार विमर्स से मशला हल होने वाला नही है ! दहेज जैसी,दूषित प्रथा से,बेटीयों का जीवन तवाह होता है ! इसलिये इस कुप्रथा को समाप्त करने बेटियों को ही आगे आना होगा, प्रत्येक बेटी,यह पहल अपने स्वम् के घर से करे ! जिस दिन ,प्रत्येक बहिन अपने भाई ,के विवाह पर मिलने वाले दहेज पर प्रतिबंध लगा सकेगी ,उस दिन,प्रत्येक बहिन,बेटी किसी अन्य ,समाज ,को प्ररित कर पायेगी !
मलखान सिंह भदौरिया
भिण्ड