अश्वनी कुमार
अश्वनी कुमार | |
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भारत के कानून मंत्री
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पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण मार्च 2013 | |
प्रधानमंत्री | मनमोहन सिंह |
पूर्वा धिकारी | सलमान खुर्शीद |
जन्म | 26 अक्टूबर 1952 दिल्ली, भारत |
राजनीतिक दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
जीवन संगी | मधु कुमार |
बच्चे | 1 बेटा 1 बेटी |
शैक्षिक सम्बद्धता | दिल्ली विश्वविद्यालय |
जालस्थल | ashwanikumar.info |
अश्विनी कुमार (जन्म: 26 अक्टूबर 1952), कांग्रेस पार्टी के राजनेता हैं। वे भारत के पूर्व कानून मंत्री थे। इससे पहले वह संसदीय कार्यमंत्री रह चुके हैं। वह राज्यसभा में पंजाब प्रान्त का प्रतिनिधित्व करते हैं। कुमार का जन्म दिल्ली में हुआ है और मधु कुमार से शादी की। उनका एक बेटा और एक बेटी है। कुमार भारत-जापानी संसदीय समूह के एक सदस्य रह चुके हैं। कोलगेट मामले की ड्राफ्ट रिपोर्ट बदलने के आरोपों से घिरे अश्वनी कुमार ने 10 मई मो अपना इस्तीफ़ा प्रधानमंत्री को सौंपा।
कोयला घोटाला ड्राफ्ट रिपोर्ट विवाद
[संपादित करें]अप्रैल 2013 में, भारत के माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश पर सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने एक हलफनामा प्रस्तुत कर अदालत को ज्ञात कराया की कोयला आवंटन घोटाले पर बनी ड्राफ्ट जांच रिपोर्ट को अश्विनी कुमार ने संचालित किया था।[1] सीबीआई की स्वायत्तता से जुड़े होने के कारण इस मुद्दे पर व्यापक आक्रोश देखने को मिला। विपक्ष ने उनके इस्तीफे की मांग की।[2] एस प्रसंग में उच्चतम न्यायालय ने रिपोर्ट के साथ छेड़-छाड़ करने के लिए यूपीए सरकार की कड़ी निंदा की और सीबीआई की तरफ इशारा करते हुए कहा है कि देश की सीबीआई 'पिंजड़े में बंद तोते की तरह है, जिसके कई मालिक हैं'[3]। उन्हें को कोलगेट मामले में सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट में बदलाव कराने के आरोप में अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "सीबीआई कोर्ट में देगी हलफनामा- अश्वनी ने दिया था स्टेटस रिपोर्ट में प्रस्ताव का बदलाव". 6 मई 2013. मूल से 8 मई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 मई 2013.
- ↑ "बंसल और अश्विनी दोनों मंत्री इस्तीफा दें : भाजपा". 5 मई 2013. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 मई 2013.
- ↑ "CBI पिंजड़े में बंद तोता: सुप्रीम कोर्ट". 8 मई 2013. अभिगमन तिथि 9 मई 2013.[मृत कड़ियाँ]