हृदय नाथ कुन्ज़रू
डॉ॰ हृदय नाथ कुन्ज़रू (1 अक्टूबर 1887-3 अप्रैल 1978) हृदय नाथ कुन्ज़रू भारत के प्रमुख स्वतन्त्रता सेनानी थे।[1] वे भारतीय संविधान के निर्माण के लिए गठित संविधान सभा के एक सदस्य थे।
खेल मनोरंजन एवं अनुसाशन में भारत सरकार को सुझाव देता है कुंजरू समिति का निर्माण हृदय नाथ कुंजरू की अद्यक्षता में किया गया था।[2]
परिचय
[संपादित करें]आगरा और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से शिक्षा प्राप्त करने के बाद कुंजरू सर्वेन्ट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी से जुड़े और 1936 में इसके आजीवन अध्यक्ष चुने गए। वे उदार राजनीति में, संयुक्त प्रांत और दिल्ली में सक्रिय रहे। उन्होंने सरकार द्वारा बनाए गई विभिन्न आयोगों में अपनी सेवाएं प्रदान कीं। वे अल्पसंख्यकों के अधिकारों के पक्षधर थे। उन्होंने 'इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर' की स्थापना की। शिक्षा में उनकी काफी रुचि थी इसलिए वे सक्रिय रूप से विभिन्न शैक्षणिक समितियों से जुड़े थे। फ़ज़ल अली आयोग के सदस्य थे जो राज्यों को भाषायी आधार पर पुनर्गठन करने के लिए बनी थी।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अबुलकलाम आज़ाद. डॉ॰ रविन्द्र कुमार (संपा॰). The Selected Works of Maulana Abul Kalam Azad. एंटलाटिक पब्लिशर्स एण्ड डिस्ट्रीब्युटर्स. मूल से 30 दिसंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 दिसंबर 2013.
- ↑ "India 1987 Pandit Hriday Nath Kunzru Phila-1069 Cancelled Folder". Phil India Stamps (अंग्रेज़ी में). मूल से 23 दिसंबर 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2023-12-23.