"भक्त": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
रोहित साव27 (वार्ता | योगदान) छो 2402:3A80:131D:ED2A:0:45:86FF:2B01 (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
||
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
[[श्रेणी:भक्त]] |
[[श्रेणी:भक्त]] |
||
[[श्रेणी:धर्म]] |
[[श्रेणी:धर्म]] |
||
मात्र हिंदू धर्म मे ईबादत करने वाले को भकत कहा जाता है । ईश्वर की कृपा या शरण पाने के लिए सीधे या किसी गुरुजी के माध्यम से धर्म विधान के अनुसार किये जाने वाली हर प्रवृत्ति को भक्ती कहते हैं और उसमें लगातार प्रवृत्त रहने वाले ईन्सान को भकत कहतें है । भक्ति के नौ प्रकार है जीसे नौधा भकती कहा गया है । |
07:53, 22 मई 2021 का अवतरण
आराधना करने वाले को भक्त कहा जाता है। और भक्तों के समूह को भक्तों की संज्ञा दी जाती है। किसी धर्म स्थान पर सामूहिक रूप से इकट्ठा होना ही भक्तों की श्रेणी मे गिना जाता है।
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |