"जड़सूत्र": अवतरणों में अंतर

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'''जड़सूत्र''' (principle) या '''असूल''' ऐसी [[विधि] या नियम को कहते हैं जिसका पालन अनिवार्य हो या करना चाहिये या जो प्राकृतिक परिघटनाओं या अन्य किसी तथ्य का निश्चित तात्पर्य हो। किसी व्यवस्था के प्रयोगकर्ता उस से सम्बन्धित जड़सूत्रों को समझकर उस व्यवस्था के गुणों, ध्येयों या प्रयोगों को समझने का प्रयास करते हैं। जड़सूत्रों को समझा जाना उस व्यवस्था के इस प्रकार के प्रयोगों को सम्भव कर देता है जो उनके समझे अथवा काम मे लाये बिना सम्भव नहीं होते।<ref>Alpa, Guido (1994) "General Principles of Law," Annual Survey of International & Comparative Law: Vol. 1: Is. 1, Article 2.[http://digitalcommons.law.ggu.edu/annIsurvey/voll/issl/2]</ref>
'''जड़सूत्र''' (principle) या '''असूल''' ऐसी [[विधि]] या नियम को कहते हैं जिसका पालन अनिवार्य हो या करना चाहिये या जो प्राकृतिक परिघटनाओं या अन्य किसी तथ्य का निश्चित तात्पर्य हो। किसी व्यवस्था के प्रयोगकर्ता उस से सम्बन्धित जड़सूत्रों को समझकर उस व्यवस्था के गुणों, ध्येयों या प्रयोगों को समझने का प्रयास करते हैं। जड़सूत्रों को समझा जाना उस व्यवस्था के इस प्रकार के प्रयोगों को सम्भव कर देता है जो उनके समझे अथवा काम मे लाये बिना सम्भव नहीं होते।<ref>Alpa, Guido (1994) "General Principles of Law," Annual Survey of International & Comparative Law: Vol. 1: Is. 1, Article 2.[http://digitalcommons.law.ggu.edu/annIsurvey/voll/issl/2]</ref>


== इन्हें भी देखें ==
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02:06, 9 मई 2016 का अवतरण

जड़सूत्र (principle) या असूल ऐसी विधि या नियम को कहते हैं जिसका पालन अनिवार्य हो या करना चाहिये या जो प्राकृतिक परिघटनाओं या अन्य किसी तथ्य का निश्चित तात्पर्य हो। किसी व्यवस्था के प्रयोगकर्ता उस से सम्बन्धित जड़सूत्रों को समझकर उस व्यवस्था के गुणों, ध्येयों या प्रयोगों को समझने का प्रयास करते हैं। जड़सूत्रों को समझा जाना उस व्यवस्था के इस प्रकार के प्रयोगों को सम्भव कर देता है जो उनके समझे अथवा काम मे लाये बिना सम्भव नहीं होते।[1]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Alpa, Guido (1994) "General Principles of Law," Annual Survey of International & Comparative Law: Vol. 1: Is. 1, Article 2.[1]