"सम्पूर्ण क्रांति": अवतरणों में अंतर

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जे.पी. का ‘सम्पूर्ण’ गांधी का ‘समग्र’ है।
जे.पी. का ‘सम्पूर्ण’ गांधी का ‘समग्र’ है।

परन्तु उनके अन्दोलन को सत्ता परिवर्तन पर ही रोक दिया गया, उनके सभी राजनितिक चेले सत्ता सुख मे लीन होकर सम्पूर्ण क्रान्ति को भुल गये।
वक्त आ गया है उसे नये सीरे से शुरु करने की।
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Sanpurn Kranti सम्पूर्ण क्रांति

1. India Against Corruption (इंडिया अगेंस्ट करप्शन) :- जनलोकपाल बिल का समर्थन :- सरकारी लोकपाल बिल राष्ट्र की जनता के साथ एक धोखा और क्रूर मजाक है. इसमें भ्रष्टाचारियों को बचाने और सिकायत करने वाली जनता को परेशान करने वाले ही प्रावधान डाले गए हैं . सरकारी लोकपाल और जनलोकपाल में अंतर को दर्शाने वाला लेख इंडिया अगेंस्ट करप्शन की वेबसाइट पर डाला गया है . वेबसाइट का पता है :- www.indiaagainstcorruption.org.

2. सर्व धर्म सेवक संघ [All Religions Servant Society (ARSS)]:- देश को एक राष्ट्रव्यापी संच्ची स्वयंसेवी संस्था की जरूरत है जो जनलोकपाल और सुचना अधिकार जैसे जन-उपयोगी कानून के इस्तेमाल में आने वाली परेशानी में जनता की मदद करे ; देश सेवा , देश प्रेम , समाज सेवा, समाज सुधार, पर्यावरण सेवा , पर्यावरण सुरक्षा , मानव सेवा , मानवाधिकार रक्षा , गरीबी उन्मूलन आदि क्षेत्रों में कार्य करे ; देश में व्याप्त जाति , संप्रदाय , भाषा , क्षेत्र आदि हर तरह के भेदभाव मिटाने की दिशा में भी कार्य कर सके ; सभी धर्मों का समान आदर करने की भावना का विस्तार कर सर्व धर्म समभाव को स्थापित करे , देश में नशा मुक्ति के लिए अभियान चला सके तथा अन्य सेवा कार्य करे.

3. India Party ( इंडिया पार्टी ):- राजनितिक स्तर पर लोकतान्त्रिक सुधारों हेतु एक अस्थायी राजनितिक दल के गठन की आवश्यकता है जो , जन प्रतिनिधियों की शैक्षणिक योग्यता, नैतिक योग्यता का निर्धारण करे ; दलीय व्यवस्था को भंग कर, लोकतान्त्रिक व्यवस्था को और सुदृढ़ करे ताकि वोट बैंक का खेल समाप्त किया जा सके ; चुनाव पूर्व उमीदवारों के चयन में भी जनता की भागीदारी सुनिश्चित करे ; चुने हुए प्रतिनिधि के भ्रष्ट होने पर उन्हें वापस बुलाने का प्रावधान ला सके ; जनप्रतिनिधियों की वेतन और सुविधाएं कम करे ताकि राजनीती को लाभ रहित बनाया जा सके; देश का पैसा वापस लाकर गरीबी उन्मूलन कोष बनाए एवं गरीबी उन्मूलन - जनसँख्या नियंत्रण के क्षेत्र में कारगर कार्य करे; शिक्षा और स्वास्थ्य के व्यवसायीकरण को रोक सके तथा उंच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवायें गरीबों को भी दिला सके ; हड़ताल और बंद की राजनीती को ख़त्म कर सके ; सभी कार्यों की पारदर्शिता बढाने के लिए सबकुछ ऑनलाइन करे तथा अन्य सारे सुधारों को लाये एवं लागू करे.

सभी देशवासियों से आग्रह है की १ से १५ अगस्त के बीच जनजागरण और पदयात्रा का आयोजन करें तथा १६ अगस्त से राष्ट्रव्यापी अनशन एवं आन्दोलन में भाग लें.
O2261550789 (मिस्ड कॉल हेतु) , 09212123212 (जानकारी हेतु ).
- Ghulam Kundanam (Jr. Anna),
(Volunteer, India Against Corruption, Bharat Svabhiman, All Religions Servant Society, India Party)
Mobile No - 9931018391.




[[श्रेणी:दर्शन]]
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13:31, 24 जुलाई 2011 का अवतरण

सम्पूर्ण क्रान्ति जयप्रकाश नारायण का विचार व नारा था जिसका आह्वान उन्होने श्रीमती इंदिरा गांधी की सत्ता को उखाड़ फेकने के लिये किया था।

लोकनायक नें कहा कि सम्पूर्ण क्रांति में सात क्रांतियाँ शामिल है - राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, शैक्षणिक व आध्यात्मिक क्रांति। इन सातों क्रांतियों को मिलाकर सम्पूर्ण क्रान्ति होती है।

सम्पूर्ण क्रांति की तपिश इतनी भयानक थी कि केन्द्र में कांग्रेस को सत्ता से हाथ धोना पड़ गया था। जय प्रकाश नारायण जिनकी हुंकार पर नौजवानों का जत्था सड़कों पर निकल पड़ता था। बिहार से उठी सम्पूर्ण क्रांति की चिंगारी देश के कोने-कोने में आग बनकर भड़क उठी थी। जेपी के नाम से मशहूर जयप्रकाश नारायण घर-घर में क्रांति का पर्याय बन चुके थे। लालू प्रसाद, नीतीश कुमार, रामविलास पासवान या फिर सुशील मोदी, आज के सारे नेता उसी छात्र युवा संघर्ष वाहिनी का हिस्सा थे।

’’सम्पूर्ण क्रांति से मेरा तात्पर्य समाज के सबसे अधिक दबे-कुचले व्यक्ति को सत्ता के शिखर पर देखना है |’’
- लोकनायक जय प्रकाश नारायण

परिचय

पांच जून, 1975 की विशाल सभा में जे. पी. ने पहली बार ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ के दो शब्दों का उच्चारण किया। क्रान्ति शब्द नया नहीं था, लेकिन ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ नया था। गांधी परम्परा में ‘समग्र क्रान्ति’ का प्रयोग होता था।

पांच जून को जे. पी. ने घोषणा की:- भ्रष्टाचार मिटाना, बेरोजगारी दूर करना, शिक्षा में क्रान्ति लाना, आदि ऐसी चीजें हैं जो आज की व्यवस्था से पूरी नहीं हो सकतीं; क्योंकि वे इस व्यवस्था की ही उपज हैं। वे तभी पूरी हो सकती हैं जब सम्पूर्ण व्यवस्था बदल दी जाए। और, सम्पूर्ण व्यवस्था के परिवर्तन के लिए क्रान्ति- ’सम्पूर्ण क्रान्ति’ आवश्यक है। इस व्यवस्था ने जो संकट पैदा किया है वह सम्पूर्ण और बहुमुखी (टोटल ऐण्ड मल्टीडाइमेंशनल) है, इसलिए इसका समाधान सम्पूर्ण और बहुमुखी ही होगा। व्यक्ति का अपना जीवन बदले, समाज की रचना बदले, राज्य की व्यवस्था बदले, तब कहीं बदलाव पूरा होगा; और मनुष्य सुख और शान्ति का मुक्त जीवन जी सकेगा।

जे.पी. का ‘सम्पूर्ण’ गांधी का ‘समग्र’ है।

परन्तु उनके अन्दोलन को सत्ता परिवर्तन पर ही रोक दिया गया, उनके सभी राजनितिक चेले सत्ता सुख मे लीन होकर सम्पूर्ण क्रान्ति को भुल गये। वक्त आ गया है उसे नये सीरे से शुरु करने की।

Sanpurn Kranti सम्पूर्ण क्रांति

1. India Against Corruption (इंडिया अगेंस्ट करप्शन) :- जनलोकपाल बिल का समर्थन  :- सरकारी लोकपाल बिल राष्ट्र की जनता के साथ एक धोखा और क्रूर मजाक है. इसमें भ्रष्टाचारियों को बचाने और सिकायत करने वाली जनता को परेशान करने वाले ही प्रावधान डाले गए हैं . सरकारी लोकपाल और जनलोकपाल में अंतर को दर्शाने वाला लेख इंडिया अगेंस्ट करप्शन की वेबसाइट पर डाला गया है . वेबसाइट का पता है  :- www.indiaagainstcorruption.org.

2. सर्व धर्म सेवक संघ [All Religions Servant Society (ARSS)]:- देश को एक राष्ट्रव्यापी संच्ची स्वयंसेवी संस्था की जरूरत है जो जनलोकपाल और सुचना अधिकार जैसे जन-उपयोगी कानून के इस्तेमाल में आने वाली परेशानी में जनता की मदद करे ; देश सेवा , देश प्रेम , समाज सेवा, समाज सुधार, पर्यावरण सेवा , पर्यावरण सुरक्षा , मानव सेवा , मानवाधिकार रक्षा , गरीबी उन्मूलन आदि क्षेत्रों में कार्य करे ; देश में व्याप्त जाति , संप्रदाय , भाषा , क्षेत्र आदि हर तरह के भेदभाव मिटाने की दिशा में भी कार्य कर सके ; सभी धर्मों का समान आदर करने की भावना का विस्तार कर सर्व धर्म समभाव को स्थापित करे , देश में नशा मुक्ति के लिए अभियान चला सके तथा अन्य सेवा कार्य करे.

3. India Party ( इंडिया पार्टी ):- राजनितिक स्तर पर लोकतान्त्रिक सुधारों हेतु एक अस्थायी राजनितिक दल के गठन की आवश्यकता है जो , जन प्रतिनिधियों की शैक्षणिक योग्यता, नैतिक योग्यता का निर्धारण करे ; दलीय व्यवस्था को भंग कर, लोकतान्त्रिक व्यवस्था को और सुदृढ़ करे ताकि वोट बैंक का खेल समाप्त किया जा सके ; चुनाव पूर्व उमीदवारों के चयन में भी जनता की भागीदारी सुनिश्चित करे ; चुने हुए प्रतिनिधि के भ्रष्ट होने पर उन्हें वापस बुलाने का प्रावधान ला सके ; जनप्रतिनिधियों की वेतन और सुविधाएं कम करे ताकि राजनीती को लाभ रहित बनाया जा सके; देश का पैसा वापस लाकर गरीबी उन्मूलन कोष बनाए एवं गरीबी उन्मूलन - जनसँख्या नियंत्रण के क्षेत्र में कारगर कार्य करे; शिक्षा और स्वास्थ्य के व्यवसायीकरण को रोक सके तथा उंच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवायें गरीबों को भी दिला सके ; हड़ताल और बंद की राजनीती को ख़त्म कर सके ; सभी कार्यों की पारदर्शिता बढाने के लिए सबकुछ ऑनलाइन करे तथा अन्य सारे सुधारों को लाये एवं लागू करे.

सभी देशवासियों से आग्रह है की १ से १५ अगस्त के बीच जनजागरण और पदयात्रा का आयोजन करें तथा १६ अगस्त से राष्ट्रव्यापी अनशन एवं आन्दोलन में भाग लें. O2261550789 (मिस्ड कॉल हेतु) , 09212123212 (जानकारी हेतु ). - Ghulam Kundanam (Jr. Anna),

(Volunteer, India Against Corruption, Bharat Svabhiman, All Religions Servant Society,  India Party)

Mobile No - 9931018391.