मिस्र पर मुस्लिम विजय

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मिस्र मुस्लिम विजय
मुस्लिम विजय और अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध का भाग

तिथि 639, 642 ईस्वी
स्थान मिस्र, लिबिया
परिणाम रशीदुन खिलाफत विजय
क्षेत्रीय
बदलाव
मिस्र , खिलाफत मेँ शामिल
योद्धा
वाइजेँटाईन साम्ररज्य रशीदुन खिलाफत
सेनानायक
सम्राट हरक्यूलस

थिओडोरस
कोस्टेँट द्दितीय
अलेक्जेड्रिया का साइस

खलीफा हजरत उमर

आम्र इब्न अल अस
जुबैर इब्न अल मुआबिया
अबैदा इब्न अस समीत
खिज्र बिन हुजैफा

अमर बिन आस की सेना के नेतृत्व में मिस्र पर मुस्लिम विजय 639 और 646 ईस्वी के बीच हुई थी और राशिदून ख़िलाफ़त द्वारा इसकी देखरेख की गई थी। इसने मिस्र पर रोमन शासन की सात-शताब्दी लंबी अवधि को समाप्त कर दिया जो 30 ईसा पूर्व में शुरू हुआ था। देश में बाइज़ेंटाइन साम्राज्य हिल गया था, क्योंकि बाइज़ेंटाइन सम्राट हेराक्लियस द्वारा पुनर्प्राप्त किए जाने से पहले मिस्र को 618-629 में सासानी साम्राज्य द्वारा एक दशक तक जीत लिया गया था और कब्जा कर लिया गया था । खिलाफत ने बीजान्टिन की थकावट का फायदा उठाया और हेराक्लियस द्वारा अपनी विजय के दस साल बाद मिस्र पर कब्जा कर लिया। [1]

मिस्र पर मुस्लिम विजय[संपादित करें]

मिस्र पर मुस्लिम विजय के प्रारंभ काल में मिस्र पर वाइजेँटाइन या पूर्वी रोमन साम्राज्य था जिसकी राजधानी कांस्टेटिनोपल थी इसी दौरान दिसम्वर 639 ईस्वी में खलीफा हजरत उमर केवल चार हजार सैनिको के साथ मिस्र विजय अभियान पर आये थे सैनिको में अधिँकाश अरब जनजाति के थे जिन्हे किँदी कहा जाता था मुस्लिम सेना ने पहले पुलुसियम पर कब्जा कर लेती जो पूर्वी रोमन साम्राज्य का पूर्वी गेट माना जाता था इसी बीच धीरे धीरे अरब मुस्लिमों ने पूरे मिस्र पर कब्जा कर शासन स्थापित किया रोमनो को मिस्र से भगा दिया गया इसी कारण मिस्र सहित अफ्रिका महाद्दीप में इस्लामी संस्कृति का गहरा प्रभाव पड़ा और इस्लाम का तीव्र गति से प्रचार हुआ।[2][3]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. डॉक्टर किशोरी प्रसाद साहु (1979). "मेसोपोटामिया और मिस्र पर विजय". पुस्तक: 'इस्लाम - उद्भव और विकास' Islam - The Origin and Development(Hindi): पृष्ठ १५४.
  2. Haykal 1944, ch. 18
  3. James Lindsay. Daily Life in The Medieval Islamic World. (Westport, CT: Greenwood Press,1957) Pg 3