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माहजंग

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माहजंग का खेल

माहजंग (Mahjongg) एक खेल (मात्सिऐंग) है जो चीन में आरम्भ हुआ। यह प्रायः चार खिलाड़ियों द्वारा खेला जाता है। यह खेल, अपने कुछ परिवर्तित रूप में पूर्वी एशिया तथा दक्षिणी पूर्वी एशिया में खूब खेला जाता है। अब यह यूरोप और अमरीका में भी पर्याप्त लोकप्रिय हुआ है। तास की तरह यह खेल भी कौशल, रणनीति, विश्लेषण और कुछ सीमा तक प्रायिकता (चांस) पर निर्भर करता है।

इसमें ताश के पत्तों के स्थान पर १४४ टाइलें होती है। टाइलों का पृष्ठ भाग बाँस का तथा सम्मुख भाग हाथी दाँत का या (अब) प्लास्टिक का बना होता है। टाइलें निम्न नामों की होती है:

  • १. बाँस (Bamboo) एक से नौ अंक तक की टाइलें, प्रत्येक अंक की चार टाइलें, कुल ३६ टाइलें।
  • २. वृत (Circle) एक से नौ अंक तक की टाइलें, प्रत्येक अंक की चार टाइलें, कुल ३६ टाइलें।
  • ३. आकृतियाँ (Character)-श् एक से नौ अंक तक की टाइलें, प्रत्येक अंक की चार टाइलें, कुल ३६ टाइलें।
  • ४. ऑनर्स (Honours)- चार लाल, चार हरे तथा चार सफेद ड्रैगन, कुल १२ टाइलें।
  • ५. हवाएँ (Winds)- चार पूर्वी, चार पश्चिमी, चार उत्तरी तथा चार दक्षिणी हवाएँ, कुल १६ टाइलें।
  • ६ फूल और ऋतुएँ (Flowers and seasons)- प्रत्येक की चार टाइलें या किसी एक की आठ टाइलें, कुल आठ टाइलें।

इनके अतिरिक्त प्राप्तांकों का हिसाब रखनेश् के लिये टोकन तथा खिलाड़ी के १४ टोकन रखने के लिये रैक और दो पासे भी होते हैं।

यह साधारणतया चार खिलाड़ियों का खेल है, किंतु इससे कम या अधिक खिलाड़ियों के लिये भी इस खेल का रूतांतर बन गया। सर्वप्रथम प्रत्येक खिलाड़ी के लिये हवाओं की स्थिति का निर्धारण पासा फेंककर किया जाता है। इसके बाद टाइलों को उल्टा कर फेटते हैं और दो टाइलें ऊँची तथा १७ या १८ (फूल का उपयोग करने पर) टाइलें चौड़ा खोखला वर्ग बनाती हैं। पूर्वी हवावाला खिलाड़ी १४ टाइलें तथा अन्य तीन १३ टाइलें लेते हैं। टाइलें किस क्रम से दीवार से निकाली जायँ, इसका निर्णय पासा फेंककर किया जाता है। यदि फूल टाइल आती हैं, तो उसे खुली फेंककर दूसरी टाइल ले लेते हैं। खेल में १४ टाइलें बनानी पड़ती हैं, जो चो (chow), पंग (pung) और कांग (kong) द्वारा बनाई जाती है। चो (chow) एक ही समूह की तीन टाइलों का अनुक्रम है, जिनमें अंक क्रम से होते हैं। पंग में एक ही समूह और श्रेणी की तीन टाइलें, या एक ही रंग के तीन ड्रैगन, या एक ही दिशा की तीन हवाएँ होती हैं। कांग में पंग की तरह की चार टाइलें होती है।

माहजंग का सेट

पूर्वी हवावाला खिलाड़ी एक खुली टाइल फेंककर खेल आरंभ करता है। क्रम से इसके दाहिनी ओर का खिलाड़ी दीवार से टाइल निकालकर, अथवा अंतिम फेंकी गई टाइल उठाकर, अपने हाथ की अनावश्यक टाइल फेंक देता है। कोई भी खिलाड़ी चो, पंग और कांग कहकर फेंकी गई टाइल की माँग कर सकता है। यदि एक से अधिक माँग करनेवाले होते हैं, तो पंग, कांग तथा चो के अनुसार क्रम से प्राथमिकता दी जाती है। यदि दो खिलाड़ियों की एक ही माँग होती है, तब जिस खिलाड़ी की खेलने की बारी पहले आती है उसे फेंकी गई टाइल उठाने में प्राथमिकता दी जाती है। यदि कोई भी खिलाड़ी फेंकी गई टाइल को नहीं उठाता, तो जिस खिलाड़ी की बारी है वह दीवार से एक टाइल निकालकर अपने हाथ की एक अनावश्यक टाइल फेंक देता है। इस प्रकार खेल आगे बढ़ता है।

जब कोई खिलाड़ी तीन तीन टाइलों के चार समूह और एक जोड़ा, या टाइलों के सात जोड़े, या १३ विशिष्ट, जिसमे किसी एक का जोड़ा भी हो, बना लेता है, तो यह माहजंग बाजी कहलाती है और यह खिलाड़ी विजेता होता है। इसके बाद प्रत्येक खिलाड़ी के हाथ की टाइलों की गणना की जाती है। माहजंगवाले खिलाड़ी को पूर्ण तथा शेष खिलाड़ियों को गणना के पारस्परिक अंतर के आधार पर टोकन दिए जाते हैं। पूर्वी हवावाला खिलाड़ी सदा दूने टोकन लेता अथवा देता है।