मानसरोवर (कथा संग्रह)
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मानसरोवर (कथा संग्रह) प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहानियों का संकलन है। उनके निधनोपरांत मानसरोवर नाम से ८ खण्डों में प्रकाशित इस संकलन में उनकी दो सौ से भी अधिक कहानियों को शामिल किया गया है। कॉपीराइट अधिकारों से प्रेमचंद की रचनाओं के मुक्त होने के उपरांत मानसरोवर का प्रकाशन अनेक प्रकाशकों द्वारा किया गया है।
मानसरोवर, भाग-१
[संपादित करें]इस संकलन में कुल २७ कहानियाँ हैं।
- १ अलगोझा
- २ ईदगाह
- ३ माँ
- ४ बेटों वाली विधवा
- ५ बड़े भाई साहब
- ६ शांति
- ७ नशा
- ८ स्वामिनी
- ९ ठाकुर का कुआँ
- १० घर जमाई
- ११ पूस की रात
- १२ झांकि
- १३ गुल्ली डंडा
- १४ ज्योति
- १५ दिल की रानी
- १६ धिक्कार
- १७ कायर
- १८ शिकार
- १९ सुभागी
- २० अनुभव
- २१ लांछन
- २२ आखिरी हिला
- २३ तावान
- २४ घासवाली
- २५ गिला
- २६ रसिक संपादक
- २७ मनोवृत्ति
- कुसुम
- खुदाई फौजदार
- वेश्या
- चमत्कार
- मोटर के छींटे
- कैदी
- मिस पद्मा
- विद्रोही
- उन्माद
- न्याय
- कुत्सा
- दो बैलों की कथा
- रियासत का दीवाऩ़
- मुफ्त का यश
- १५ बासी भात में खुदा का साझा
- दूध का दाम
- बालक
- जीवन का शाप
- डामुल का कैदी
- नेऊर
- गृह-नीति
- कानूनी कुमार
- लॉटरी
- जादू
- नया विवाह
- शूद्रा
मानसरोवर, भाग-३
[संपादित करें]1.विश्वस
2.नरक का मार्ग
मानसरोवर, भाग-४
[संपादित करें]मानसरोवर, भाग-५
[संपादित करें]1 bhikharin
मानसरोवर, भाग-६
[संपादित करें]मानसरोवर, भाग-७
[संपादित करें]मानसरोवर, भाग-८
[संपादित करें]- ↑ "ठाकुर का कुआँ हिंदी कहानी - Hindi Grammar". hindigrammar.net (अंग्रेज़ी में). मूल से 13 जून 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2021-06-13.