डिस्को डांसर
डिस्को डांसर | |
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फिल्म का पोस्टर | |
निर्देशक | बब्बर सुभाष |
लेखक |
डॉ. रहि मसूम रजा दीपक बलराज विज |
निर्माता |
बब्बर सुभाष तिलोतिमा बब्बर सुभाष |
अभिनेता |
मिथुन चक्रवर्ती किम यशपाल राजेश खन्ना ओम पुरी गीता सिद्धार्थ ओम शिवपुरी |
छायाकार | नदीम खान |
संपादक |
मंगेश चव्हाण श्याम गुप्ते |
संगीतकार | बप्पी लाहिड़ी |
निर्माण कंपनी |
बी. सुभाष फिल्म यूनिट |
प्रदर्शन तिथि |
17, दिसम्बर 1982 |
लम्बाई |
135 मिनटा |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी-उर्दू[1] |
कुल कारोबार | 100.68 करोड़ ($82.39 मिलियन) |
डिस्को डांसर 1982 की एक भारतीय बॉलीवुड संगीत नाटक फिल्म है, जिसे राही मासुम रजा द्वारा लिखा एवं बब्बर सुभाष द्वारा निर्देशित किया गया। इसमें मिथुन चक्रवर्ती ने प्रमुख भूमिका अदा की है, इसके अलावा सहायक भूमिका में किम यशपाल और राजेश खन्ना हैं। यह फिल्म एक युवा नुक्कड़ कलाकार के "रंक से राजा" बनने की कहानी बताती है। यह फिल्म विशेष रूप से बप्पी लाहिड़ी द्वारा रचित फिल्मी डिस्को बॉलीवुड गाने और उस पर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के नृत्य के लिए प्रसिद्ध है। "आई एम ए डिस्को डांसर", "जिमी जिमी जिमी आजा" (पार्वती खान द्वारा गाया गया), "याद आ रहा है" (विजय बेनेडिक्ट और बप्पी लाहिड़ी द्वारा गाया गया) और "गोरो की ना कालो की" (सुरेश वाडेकर व उशा मंगेशकर द्वारा गाया गया) सहित गाने बहुत लोकप्रिय हो गए।
इस फिल्म को विश्वव्यापी सफलता मिली, इसकी लोकप्रियता दक्षिणी/मध्य/पूर्वी एशिया, सोवियत संघ, पूर्वी यूरोप, चीन, मध्य पूर्व, तुर्की और पूर्वी/पश्चिमी अफ्रीका में फैली हुई थी। यह सोवियत संघ में हिन्दी की सबसे सफल फिल्मों में से एक थी, जहाँ इसने 60.9 मिलियन दर्शकों को आकर्षित किया। यह भारत की सबसे पहली 100 करोड़ रूपए वाली फिल्म थी, जिसें बाद में "हम आपके हैं कौन" (1994) ने पीछे छोड़ दिया। इस फिल्म ने मिथुन को दक्षिणी एशिया और सोवियत संघ में काफी लोकप्रिय बना दिया। चीन में, इसका संगीत काफी लोकप्रिय रहा और उसे गोल्ड अवार्ड भी दिया गया।[2]
पटकथा
[संपादित करें]पात्र
[संपादित करें]- मिथुन चक्रवर्ती - अनिल / जिमी के रूप में
- किम यशपाल - रीता ओबराय के रूप में
- राजेश खन्ना - मास्टर राजू के रूप में
- ओम पुरी - डेविड ब्राउन के रूप में
- ओम शिवपुरी - पी.एन. ओबेराय के रूप में
- गीता सिद्धार्थ - राधा के रूप में
- करण राजदान - सैम के रूप में
- बॉब क्रिस्टो - एक रूसी गुंडे के रूप में
- कल्पना अय्यर - निकी ब्राउन के रूप में
- अनिल अनजल - मास्टर सुब्रह्मण्यम के रूप में
निर्माण
[संपादित करें]शीर्षक गीत "आई एम ए डिस्को डांसर" का फिल्मांकन तीन दिनों तक मुंबई के नटराज स्टूडियो में चला, जहाँ मिथुन चक्रवर्ती के प्रसिद्ध नृत्य फिल्मायें गये। इसके बाद, मुंबई के फ़िल्मिस्तान स्टूडियो में शूटिंग के भीड़ दृश्यों को प्रदर्शित किया गया।[3]
संगीत
[संपादित करें]फिल्म के सभी गीतों के लिए संगीत बप्पी लाहिड़ी ने तैयार किया था[4], और फिल्म के गीत अंजान और फारूक कैसर द्वारा लिखे गए थे। फिल्म के गानें इस प्रकार हैं:
# | शीर्षक | गायक/गायिका | गीतकार | समय |
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1 | याद आ रहा है | बप्पी लाहिड़ी | अंजान | 06:22 |
2 | आई एम ए डिस्को डांसर | विजय बेनेडिक्ट | अंजान | 07:49 |
3 | कृष्ण धारती पे आजा | नंदू भेंडे | अंजान | 05:25 |
4 | गोरों की ना कालों की | सुरेश वाडेकर, उषा मंगेशकर | अंजान | 05:23 |
5 | औआ औआ - कोई यहाँ नाचे | बप्पी लाहिड़ी, ऊषा उत्थुप | फ़ारूक कैसर | 05:28 |
6 | जिमी जिमी जिमी आजा | पार्वती खान | अंजान | 03:04 |
7 | ए ओ आ जऱा मुड़के | किशोर कुमार | अंजान | 05:58 |
8 | गोरों की ना कालों की (धीमा) | सुरेश वाडेकर | अंजान | 02:48 |
पुनर्निर्माण
[संपादित करें]इस फिल्म का का पुनर्निर्माण तमिल सिनेमा में आनंद बाबू की मुख्य भूमिका के साथ "पादुम वानंबादी" नाम से, और तेलुगू सिनेमा में नंदमुरी बालकृष्ण के साथ "डिस्को राजा" नाम से बनाया गया था।
लोकप्रिय संस्कृति
[संपादित करें]2010 में, "आई एम ए डिस्को डांसर" और "याद आ रहा है है" गाने 2010 रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित बॉलीवुड कॉमेडी फिल्म गोलमाल 3 में दर्शाया गया था। गाने मिथुन चक्रवर्ती के चरित्र प्रीतम के प्रदर्शन के लिए प्रासंगिक थे।
"जिमी जिमी आजा आजा" का संगीत एडम सैंडलर कि "डोन्ट मेस विद द ज़ोहन" फिल्म के अंतिम लड़ाई के दृश्य में इस्तेमाल किया गया था।
इमरान खान की अगुवाई वाली फिल्म 'दिल्ली बेली' में आमिर खान की डिस्को फाइटर गाना विशेष रूप से डिस्को डांसर में मिथुन चक्रवर्ती की भूमिका से प्रेरित था।
"जिमी जिमी आजा आजा" और "आई एम ए डिस्को डांसर" सोवियत राज्यों जैसे रूस, अज़रबैजान, उजबेकिस्तान, मंगोलिया जैसे देशों में बहुत लोकप्रिय हैं।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अख्तर, जावेद; Kabir, Nasreen Munni (2002). Talking Films: Conversations on Hindi Cinema with Javed Akhtar (अंग्रेज़ी में). ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस. पृ॰ 49. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780195664621. मूल से 27 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 फ़रवरी 2018.
most of the writers working in this so-called Hindi cinema write in Urdu: Gulzar, or Rajinder Singh Bedi or Inder Raj Anand or Rahi Masoom Raza or Vahajat Mirza, who wrote dialogue for films like Mughal-e-Azam and Gunga Jumna and Mother India. So most dialogue-writers and most song-writers are from the Urdu discipline, even today.
- ↑ Global Bollywood: Travels of Hindi Song and Dance, page 88 Archived 2017-08-04 at the वेबैक मशीन, University of Minnesota Press, 2008
- ↑ "On a disco high!". Pune Mirror. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-04-29.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 2 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 फ़रवरी 2018.