जालना - नगरसोल शटल
जालना-नगरसोल शटल सेवा भारतीय रेलवे की दक्षिण मध्य रेलवे की नई शटल सेवा है जो जालना जिला व नगरसोल को जोड़ती है। इसका शुभारंभ १७ मार्च २०१२ को जालना के खासदार रावसाहेब दानवे ने सुबह १०:३५ को किया गया।[1] यह रेल जालना से शुरू होकर औरंगाबाद से होते हुए नगरसोल जाती है।
विशेषताएँ[संपादित करें]
इस शटल में आठ डब्बे है जिनमे दो पावर कार है वह छः सामान्य डब्बे है। इसकी कुल आसनक्षमता २,२४० है।[2] यह जालना से नगरसोल की यात्रा ३ घंटे ४५ मिनट में पुरी करेगी व नगरसोल से जालना की वापसी यात्रा के लिए इसे चार घंटे लगेंगे।[2] यह शटल एक्सप्रेस जालना से सप्ताह के छः दिन सुबह ५:३० को निकलती है औरंगाबाद में यह ७:१० को व अंततः नगरसोल में १०:३० बजे पहुँचती है।[3] वापसी की यात्रा यह नगरसोल से शाम में ६:१५ से शुरू करती है औरंगाबाद में यह ९:१५ व अंततः जालना में यह १०:१५ को पहुँचती है।[3] इसमें आगे चलकर दो महिला डिब्बे जोड़ने की भी योजना है।[3]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "जालना-नगरसोल -शटल उद्यापासून (मराठी)". दिव्यमराठी. अभिगमन तिथि मार्च17, 2012.
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में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)[मृत कड़ियाँ] - ↑ अ आ "शटल ट्रेन का सफर 3 घंटे 45 मिनट". लोकमत इ-पेपर. मूल से 14 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि मार्च 17, 2012.
- ↑ अ आ इ "जालना-नगरसोल शटल एक्स्प्रेसच्या हालचाली सुरू". दिव्यमराठी. अभिगमन तिथि मार्च 17, 2012.[मृत कड़ियाँ]