क़दम क़दम बढ़ाए जा
क़दम क़दम बढ़ाए जा सुभाष चन्द्र बोस द्वारा संगठित आज़ाद हिन्द फ़ौज का तेज़ क़दम ताल गीत था। इसके बोल लखीमपुर खीरी के अवधी कवि और स्वतंत्रता सेनानी वंशीधर शुक्ल ने लिखे थे।[1][2] आगे चलकर यह भारत में एक बहुत लोकप्रीय देशभक्ति का गीत बन गया।
गीत
[संपादित करें]क़दम क़दम बढ़ाये जा
ख़ुशी के गीत गाये जा
ये ज़िंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा
तू शेर-ए-हिन्द आगे बढ़
मरने से तू कभी न डर
उड़ा के दुश्मनों का सर
जोश-ए-वतन बढ़ाये जा
क़दम क़दम बढ़ाये जा
ख़ुशी के गीत गाये जा
ये ज़िंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा
हिम्मत तेरी बढ़ती रहे
ख़ुदा तेरी सुनता रहे
जो सामने तेरे खड़े
तू ख़ाक़ में मिलाये जा
क़दम क़दम बढ़ाये जा
ख़ुशी के गीत गाये जा
ये ज़िंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा
चलो दिल्ली पुकार के
क़ौमी-निशाँ संभाल के
लाल क़िले पे गाड़ के
लहराये जा लहराये जा
क़दम क़दम बढ़ाये जा
ख़ुशी के गीत गाये जा
ये ज़िंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Reflections And Reminiscences Of Police Officers Archived 2014-06-28 at the वेबैक मशीन, Sankar Sen, pp. 90, Concept Publishing Company, 2006, ISBN 978-81-8069-236-9, ... Captain Ram Singh, associate of Netaji Subhash Chandra Bose, and the legendary INA bandmaster credited with the famous kadam kadam badayeja, khushi ke geet gayeja ...
- ↑ Netaji Subhas Chandra Bose and Indian war of independence Archived 2014-06-28 at the वेबैक मशीन, Satish Chandra Maikap, pp. 352, Punascha, 1998, ISBN 8173321551, ... I. N. A. Marching Song Qadam qadam bar'haye ja ...