अन्तर्राष्ट्रीय मानक संगठन/अन्तर्राष्ट्रीय विद्युततक्नीकी आयोग 80000
अन्तर्राष्ट्रीय मानक ISO 80000 या IEC 80000 (यह इसपर निरभर करता है, कि मानक हेतु वस्तु विशेष जिस प्रभार के अन्तर्गत आती है, उसका अनुरक्षक कुन सी अन्तर्राष्ट्रीय संस्था है अन्तर्राष्ट्रीय मानक संगठन या अन्तर्राष्ट्रीय विद्युततक्नीकी आयोग), ISO 31 और IEC 60027 का उत्तराधिकारी है। यह भौतिक इकाइयों के प्रयोग और मापन की इकाइयों की, एवं उनमें संलग्न सूत्रों की सर्वाधिक प्रशंसित शैली संदर्शिका है। यह वैज्ञानिक और शैक्षिक प्रलेखों में विश्वव्यापी प्रयुक्त होती है। अधिकतर देशों में गणित विज्ञान की पाठ्य पुस्तकों एवं विश्वविद्यालयों में इसका पूर्ण पालन किया जाता है।
ISO/IEC 80000 मानक समूह अभी प्रगतिशील ही है और इसके कुछ ही भाग अभी तक 2008 के संस्करण में प्रकाशित हुए हैं। यह भी प्रस्तावित है, कि SI के संग प्रयुक्त होने वाली मात्राएं और समीकरणों को अन्तर्राष्ट्रीय मात्रा प्रणाली कहा जाये.
इसके भाग
[संपादित करें]"मात्राएं और इकाइयाँ" का मानक 14 भागों में आयेगा:
- ISO 80000-1: सामान्य (पूर्व ISO 31-0 और IEC 60027-1)
- ISO 80000-2: गणितीय चिह्न, जो प्राकॄतिक विघ्यान और प्रौद्योगिकी में प्रयुक्त होते हैं (पूर्व ISO 31-11)
- ISO 80000-3: अंतरिक्ष और समय (formerly ISO 31-1 and ISO 31-2)
- ISO 80000-4: याँत्रिकी (formerly ISO 31-3)
- ISO 80000-5: ऊष्मगतिकी (formerly ISO 31-4)
- IEC 80000-6: विद्युतचुम्बकत्व (formerly ISO 31-5)
- ISO 80000-7: प्रकाश
- ISO 80000-8: धवनि संबंधित
- ISO 80000-9: भौतिक रसायनिकी और आण्विक भौतिकी
- ISO 80000-10: परमाण्विक और नाभिकीय भौतिकी
- ISO 80000-11: विशेष संख्याएं
- ISO 80000-12: सॉलिड स्टेट भौतिकी
- IEC 80000-13: सूचना विज्ञान और प्रौद्योगिकी (पूर्व उपखण्ड 3.8 और 3.9 : IEC 60027-2:2005)
- IEC 80000-14: टेलीबायोमेट्रिक्स, मानवी शरीर क्रिया विघ्यान से सम्बन्धित
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- SI – अन्तर्राष्ट्रीय इकाई प्रणाली
- BIPM – SI इकाइयों पर उपलब्ध मुक्त सूचना प्रकाशित करता है। [1]
बाहरी कडि़याँ
[संपादित करें]- ISO TC12 मानक – मात्राएं, इकाइयाँ, चिह्न और अंतरण कारक