अतुल कुमार राय
अतुल कुमार राय | |
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साहित्य अकादमी पुरस्कार समारोह 2023 के दौरान अतुल | |
व्यवसाय | उपन्यासकार पटकथा लेखक गीतकार |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शिक्षा | काशी हिंदू विश्वविद्यालय (B. Mus, Tabla ), (MPA. [संगीत शास्त्र]], यूजीसी नेट |
लेखन काल | 2022 to present |
शैली | फिक्शन, नॉन फिक्शन |
उल्लेखनीय सम्मान | साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार |
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अतुल कुमार राय एक भारतीय हिंदी उपन्यासकार और पटकथा लेखक हैं। वह चांदपुर की चंदा के लेखक हैं, [1] जिसे २०२३ में साहित्य अकादमी द्वारा हिंदी भाषा के लिए युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। [2] अतुल ने 2022 की फिल्म शेरदिल: द पीलीभीत सागा के संवाद भी लिखे हैं ।
व्यक्तिगत जीवन
[संपादित करें]अतुल कुमार राय का जन्म 19 फरवरी 1992 को भूमिहार ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता एक किसान हैं. अतुल ने अपनी हाईस्कूल की पढ़ाई सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सिकंदरपुर बलिया से पूरी की। इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से तबला में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और कई राष्ट्रीय स्तर के संगीत कार्यक्रमों में तबला बजाया है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय से संगीतशास्त्र में स्नातकोत्तर के दौरान उनकी रुचि हिंदी साहित्य की ओर बढ़ी। उन्होंने पूर्णकालिक लेखक बनने का निर्णय लिया। और एक साप्ताहिक हिंदी ब्लॉग लिखना शुरू किया। उनके ब्लॉग सोशल मीडिया में लोकप्रिय हो गए और राष्ट्रीय समाचार पत्रों दैनिक जागरण और दैनिक भास्कर में प्रकाशित हुए। लोगों ने उनकी लेखन शैली की सराहना की. और एक उपन्यास लिखने का सुझाव दिया।
लेखन कैरियर
[संपादित करें]अतुल का पहला उपन्यास चांदपुर की चंदा है जिसने पूरे भारत के हजारों पाठकों का ध्यान आकर्षित किया है। जनसत्ता, डीएनए, टाइम्स नाउ नवभारत और अमर उजाला जैसे कई राष्ट्रीय समाचार पोर्टलों ने उपन्यास के बारे में लिखा है और उनकी अनूठी लेखन शैली की प्रशंसा की है। 2023 में साहित्य अकादमी ने चांदपुर की चंदा के लिए युवा पुरस्कार से सम्मानित किया। उनके फिल्मी लेखन करियर की शुरुआत एक लघु फिल्म द सुसाइड नोट से हुई, जिसके लिए अतुल को निर्मल पांडे फिल्म फेस्टिवल नैनीताल में सर्वश्रेष्ठ लेखक का पुरस्कार मिला। बॉलीवुड में उनका फ़िल्मी लेखन करियर पंकज त्रिपाठी की शेरदिल द पिलीभीत सागा से शुरू हुआ, जिसका निर्देशन श्रीजीत मुखर्जी ने किया था।