9 गोरखा राइफल्स
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9 गुरखा राइफल्स भारतीय सेना का एक सैन्य-दल है। यह एक गोरखा रेजिमेंट है जिसमें नेपाली मूल के खस जाती के गोर्खे सैनिक हैं, इसमें मुख्य रूप से नेपाल से छेत्री और ठकुरि जाती के होते हैं। जो कि नेपाल के पाहारी गोर्खे है। इन्हिकी बदोलत आज नेपाल एक स्वतन्त्र देश के तौर पे खदा है। इसके आलावा भारतीय नेपाली/गोरखा और दार्जिलिंग जिले, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के खस भी इस रेजिमेंट में शामिल हैं।
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- भारतीय सेना की रेजिमेंट्स की सूची
- भारतीय सेना
- भारतीय सेना की ख्यातिप्राप्त गोरखा राइफल्स — उनके Khukris के लिए जानी जाती है और उनकी ' आयोऩ गोरखाली ' लड़ाई रो — पूरी हो जाती है २०० साल के अपने स्थापना के शुक्रवार को।
गोरखाओं को पहले ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा भर्ती किया गया और बाद में विश्व युद्ध I और II सहित कई लड़ाइयों में अंग्रेजों के तहत लड़े और आजादी के बाद भारतीय सेना में जारी रहा।
पहली रेजीमेंट सर रॉबर्ट Colquhuon द्वारा 24 अप्रैल, १८१५ को उत्तरांचल में गोरखाओं, कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्रों के पुरुषों के साथ उठाई गई थी। दो बटालियन, 1/1 जीआर और 1/3 जीआर जुटाए गए। "केवल मद्रास और ग्रेनेडियर रेजिमेंटों सहित कुछ अंय (१७५८), पंजाब रेजीमेंट (१७६१), राजपूताना राइफल्स (१७७५), राजपूत रेजीमेंट (१७७८), जाट रेजीमेंट (१७९५) और कुमाऊं रेजीमेंट (१८१३) उन अन्य देशी पैदल सेना रेजीमेंटों में से हैं, जो उनसे पहले" एक अधिकारी ने कहा। [1]