सामग्री पर जाएँ

सुबाहु

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
सुबाहु
कहानी में जानकारी
परिवारउपसुन्दा (पिता), ताड़का (माँ)

सुबाहु हिन्दू महाकाव्य रामायण में एक दानव था, जो रावण के आदेश पर विश्वामित्र के यज्ञ में बाधा डालता था।[1] वो श्रापित राक्षशी ताड़का और उसके पति सुन्दा का पुत्र था।[2] गुरु वशिष्ट के निर्देश पर राम-लक्ष्मण ने सुबाहु का वध किया।[3]

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. "CANTO XXII.: DAS'ARATHA'S SPEECH". Sacred Texts. Foes of thy rite, those mighty ones, Sunda and Upasunda's sons, Are fierce as Fate to overthrow: I will not let my young child go. Maricha and Suváhu fell Are valiant and instructed well.
  2. "Ravan: ताड़का, मारीच और सुबाहु कौन थे, इनका लंकापति रावण से क्या नाता था?". एबीपी लाइव. 2024-08-27. अभिगमन तिथि: 2024-10-28.
  3. "ऋषि-मुनियों की रक्षा के लिए राम ने किया ताड़का और सुबाहु का वध". दैनिक जागरण. अभिगमन तिथि: 2024-10-28.