सिंहपुर,आजमगढ़

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

सिंहपुर उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले के मेहनगर ब्लॉक् का एक गांव है ।

परिचय[संपादित करें]

यह मेहनगर से 11 km की दूरी पर है। यूँ तो ये गांव है पर यह दो हिस्सों में बंटा हुआ है-सिंहपुर बाजार तथा सिंहपुर गाँव(जो कि बाजार के पीछे है)। जहानगंज इससे सटा हुआ है।

आजमगढ़ से छटवारा,चंदेश्वर,इटौरा मोढ,टुल्लूगंज,सुम्भी, ताड़ी,तथा चक्रपानपुर होते हुए सीधे सड़क से सिंहपुर पहुँचा जा सकता है।यह चक्रपानपुर मेडिकल कॉलेज से महज 4 km पर स्थित है।

सिंहपुर का पिनकोड 276126 तथा हेड पोस्टऑफिस बांसगांव है।सिंहपुर से सीधे जानी वाली सड़क कटहन होते हुए खरिहानी,तरवा,मेंहनाज़पुर,गाजीपुर,वाराणसी को जोड़ती है।

पड़ोसी गांव[संपादित करें]

धन्नीपुुर,उम्म्ररपुुर,रामपुुुर,मनिहा,सीसवा,कटहन, धिरजीपुुर,नरेहथा,मौली,बछवल,रामगण इसके पड़ोसी गांव है।

सिंहपुर बाजार[संपादित करें]

सिंहपुर बाजार क्षेत्र की मशहूर बाजार है तथा लोग आस पड़ोस से काफी मात्रा में खरीदारी करने आते है।लगभग हर वस्तु बाजार में उपलब्ध है,खासकर कपड़े, सब्ज़ी,जनरल स्टोर,खाद,रेस्तरां आदि।बाजार में शाम के समय रौनक बढ़ी हुई रहती है और समोसे,घाटी,पकोड़े की महक माहौल को अलग रंग देती है।

लोग तथा स्थान[संपादित करें]

यहाँ हिन्दू, मुस्लिम सभी काफी मिलकर रहते है तथा परस्पर एक दूसरे की सहायता करते है।गांव में कुछ प्रभावी लोग भी है जैसे पूर्व dgp उत्तर प्रदेश, डॉक्टर ( हेड ऑफ बीएचयू), हाई कोर्ट के न्यामूर्ति , सैन्यकर्मी,पुलिसकर्मी, वकील,शिक्षक,तथा विभिन्न सरकारी,गैर सरकारी पदों पर कार्यरत लोग।गांव के लगभग सभी मकान पक्के है,तीन चार पोखरे ,काली माता मंदिर,शंकर मंदिर,सती स्थान, अमृत सरोवर, बजरंग बली की मंदिर,नवरात्रि जागरण तथा दिवाली मेला आकर्षण के केंद्र है।गांव के किनारे से एक मंगई नदी भी जाती है जो कि पूल से सड़क से मिली है,तथा गर्मी में यह नदी बच्चों तथा नौजवानों के चौकड़ी मारने का स्थान भी बनती है।

शिक्षा[संपादित करें]

सिंहपुर गांव में कई सारे स्कूल है,एक तो प्राइमरी विद्यालय है।दूसरे सरस्वती ज्ञान मंदिर,ज्ञान सरोवर,आदि प्रमुख है।यहां से बच्चे दूसरे गांवो में तथा शहरो में भी पढ़ने जाते है जो कि यातायात सुविधा से लैस है। उच्च शिक्षा के लिए मा धनावति प्रमुख है गांव के बच्चो में काबिलियत है वह घर छोड़ कर इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ, दिल्ली , बेंगलूर आदि जगह जा कर अपनी पढ़ाई पूरी करते है

खेती तथा व्यापार[संपादित करें]

यहाँ प्रायः सभी के पास खेति लायक जमीन है जिसमे वो उत्पादन करते है तथा उचित व्यापार के लिए बाजार में व्यापारी भी हैं।प्रमुख फसले :गेहू ,धान, गन्ने, मौसमी सब्जिया,सरसो ,दाल आदि।कुुुछ लोगों के पास स्वय के बागीचे है। निजी बगीचा भी है यह के वातावरण को अन्य गांव से अलग बनाता है । नहर की सब शाखा से यह पर पानी की कमी नही होती है।

स्वास्थ्य[संपादित करें]

एक प्राइमरी हेल्थ केयर,pgi चक्रपानपुर के आरंभ होने से गांव की सहूलियत बढ़ी है, बाजार में तीन चार स्वतंत्र चिकित्सक भी है।

खेलकूद[संपादित करें]

यहाँ नौजवानों के खेलने के लिए एक स्टेडियम भी है जिसमे क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित होता है,यह नदी की किनारे स्थित है।हर गांव की तरह यहाँ भी बच्चे पारंपरिक खेलो में रूचि दिखाते है। सेना में जाने के लिए युवा वर्ग के बच्चो की दौड़ भी होती रहती है।

अन्य सुविधाएं[संपादित करें]

गांव का माहौल शांतिपूर्ण है तथा और शअन्ति केे लीये एक पुलिस चौकी भी है, सरकारी गल्ले की दुुुकान आदि हैै।ग्राम प्रधान सिंहपुर और धनीपुर ग्रामसभा मिलाकर चुुना जाता है तथा राज्य तथा केंद्र आधारित योजनावो का लाभ ग्राम को दिलाते है। गांव में यूनियन बैंक तथा एटीएम भी है जो कि मनिहा गेट के पास है,संचार के लिए तीन चार मोबाइल tower भी है।एक रेनबसेरा भी है,फक्कड़ बाबा कुटी अउर पोखरे के पास,बगल में खादी ग्रामउद्घोग भी है।

कुुुल मिला कर सिंहपुर मेहनगर ब्लॉक् का बेहतरीन गांव है