साँचा:My selfbiography

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संघर्षशील, जुझारू और कर्मठ व्यक्तित्व के धनी के.के.गुप्ता डूंगरपुर नगरपरिषद के दूसरे सभापति हैं। आपका पूरा नाम कृष्ण कुमार गुप्ता है। न्यायविद् स्व. मातादीन व संतोष देवी के घर 19 फरवरी 1962 को जन्मे गुप्ता प्रारंभ से ही संघर्षशील रहे हैं। वे पांच भाई बहिन है। कॉमर्स में गे्रजुएट तक की पढ़ाई के बाद उन्होंने व्यापार को अपनाया। बाद में कंस्ट्रक्शन के व्यापार में आए। गुप्ता का विवाह 27 नवंबर 1985 को सुशीला से हुआ। उनके दो पुत्र अंकुर व अंकित है जो अब उनका बिजनैस संभालते है। गुप्ता वर्तमान में केके गुप्ता कंस्ट्रक्शन कंपनी, गुप्ता फीलिंग स्टेशन, गुप्ता क्रेशर कंपनी व उदयपुर में शहनाई वाटिका के मालिक है। केज अर्थ मूवर्स व आयशर कमर्शियल व्हीकल के डीलर है। वर्तमान में उनका व्यापार बच्चे ही संभालते हैं वे अब जनता के बीच रहकर सेवा करने का ही जज्बा रखे हुए हैं। गत तीस वर्षों से भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता गुप्ता ने पहला चुनाव वर्ष 2005 में डूंगरपुर नगर पालिका पार्षद के लिए वार्ड नं. 28 से बीजेपी के टिकट से लड़ा और जीते। वे नगरपालिका के उपाध्यक्ष भी बने। तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष शंकरसिंह सोलंकी के विदेश प्रवास पर जाने पर दो माह तक पूरी तरह से आपे अध्यक्ष का कार्यभार संभाला। जिले के सबसे बड़ें व्यापारिक संगठन चेंबर ऑफ कॉमर्स के वे लगातार चैथी बार वर्ष 2010 से अब तक अध्यक्ष है। इसी तरह डूंगरपुर जिला उद्योग संघ, जिला ठेकेदार संघ के वर्ष 2005 से लगातार अध्यक्ष है। वर्ष 2010 में फिर से वे वार्ड नं. 22 से पार्षद रहे। उस दौरान उनके नेतृत्व में कुल 09 निर्दलीय पार्षद जीते थे। जबकि बीजेपी के बाद कांग्रेस तीसरे पायदान पर रही थी और केवल 6 सीटे मिली थी। गुप्ता राजनैतिक जीवन के साथ ही सामाजिक जीवन में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। वे अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के वर्ष 2011 से अब तक अध्यक्ष है। अंतर्राष्ट्रीय वैश्य सम्मेलन के संयुक्त सचिव व उदयपुर संभागीय प्रभारी का दायित्व भी उनके पास है और इस दायित्व के साथ वे समाजजनों को दिशा प्रदान कर रहे हैं ।