साँचा:आज का आलेख १४ जुलाई २०१०

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शीतला माता की मूर्ति
शीतला माता की मूर्ति
शीतला माता एक प्रसिद्ध हिन्दू देवी हैं। इनका प्राचीनकाल से ही बहुत अधिक माहात्म्य रहा है। स्कंद पुराण अनुसार इनका वाहन गर्दभ है और इनके हाथों में कलश, सूप, मार्जन(झाडू) तथा नीम के पत्ते हैं। इन्हें चेचक आदि कई रोगों की देवी बताया गया है। सूप से रोगी को हवा की जाती है, झाडू से चेचक के फोड़े फट जाते हैं। नीम के पत्ते फोडों को सड़ने नहीं देते। रोगी को ठंडा जल प्रिय होता है अत: कलश का महत्व है। गर्दभ की लीद के लेपन से चेचक के दाग मिट जाते हैं। शीतला माता के संग ज्वरासुर- ज्वर का दैत्य, ओलै चंडी बीबी - हैजे की देवी, चौंसठ रोग, घेंटुकर्ण- त्वचा-रोग के देवता एवं रक्तवती - रक्त संक्रमण की देवी होते हैं। विस्तार में...