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-- यह सदस्य हिन्दी विकिपीडीया के प्रबंधक है।मयुर कुमार | वार्ता  ०६:३७, २८ जून २०१० (UTC)

जर्मनी-इंग्लैंड के बीच होगी जंग[संपादित करें]

तीन बार के विजेता जर्मनी और पूर्व चैंपियन इंग्लैंड के बीच रविवार को विश्व कप फुटबाल टूर्नामेंट का नाकआउट मुकाबला होगा। दोनों यूरोपीय शक्तियों के बीच खुद को बेहतर साबित करने का मौका है।

क्वार्टरफाइनल में जगह बनाने के लिए इस मुकाबले में जी जान लगानी होगी। जर्मन टीम के खिलाडियों की फिटनेस चिंता का सबब है वहीं इंग्लैंड के सामने बडी टीमों के खिलाफ लडखडाने की चुनौती।

दोनों टीमों के बीच विश्व कप में यह पांचवीं भिडंत है और 1990 में पश्चिमी जर्मनी की इंग्लैंड पर पेनल्टी शूट आउट के बाद तो पहली बार दोनों देश आमने सामने होंगे। अंतरराष्ट्रीय मैचों में दोनों टीमें कुल 27 बार भिड चुकी हैं। इनमें इंग्लैंड ने 12 मैच जीते और 10 हारे जबकि पांच मुकाबले बराबरी पर छूटे हैं। इस लिहाज से भी दोनों टीमें लगभग बराबरी में हैं।

पिछले कुछ वर्षों में दोनों टीमों के बीच कुछ लाजवाब मुकाबले हैं और इंग्लैंड ने अपनी एकमात्र खिताबी जीत में 1966 के विश्व कप में जर्मनी को ही 4-2 से हराया था वर्ष 1970 और 1990 में भी दोनों टीमों के मुकाबलों अतिरोमांचक रहे लेकिन और दोनों बार बाजी जर्मनी के हाथ रही।

यूरोप के ये दोनों दिग्गज प्री-क्वार्टर फाइनल में अब तक अपराजेय रहे हैं लेकिन आगामी मैच किसी एक के लिए इतिहास जरूर बदलेगा। हालांकि नाकआउट मुकाबलों में जर्मनी ज्यादा भाग्यशाली रहा है और दो बार सेमीफाइनल के दौरान उसने पेनल्टी शूटआउट में इंग्लैंड को टूर्नामेंट से बाहर किया है।

समय्

मॉडल विवेका के खुदकुशी करने की पुष्टि

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मॉडल विवेका के खुदकुशी करने की पुष्टि हो गई है।

मुंबई पुलिस ने कहा है कि मॉडल विवेका बाबाजी ने खुदकुशी की है।मुंबई पुलिस ने साफ किया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विवेका के खुदकुशी करने की पुष्टि हो गई है।

इससे पहले विवेका के परिवारवालों ने उसकी हत्या की आशंका जताई थी।पुलिस के मुताबिक विवेका ने अपने सेलफोन से अंतिम कॉल अपनी सहेली को किया था।


सुपर मॉडल और 1993 में मिस मॉरीशस रह चुकी विवेका बाबाजी का शव पंखे से लटका मिला। सुपर मॉडल और 1993 में मिस मॉरीशस रह चुकी विवेका के घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। माना जा रहा है कि इस मॉडल का हाल ही में अपने मित्र से अलगाव हुआ था और आशंका है कि इस वजह से ही विवेका ने आत्महत्या कर ली। 35 वर्षीय विवेका ने हिंदी फिल्मों में भी भाग्य आजमाया था। फिलहाल पुलिस के पास कोई सुराग नहीं है। मामले की जांच की जा रही है।

मुंबई में फांसी लगाकर जान देने वाली सुपर मॉडल विवेका को प्रसिद्धि तब मिली जब उन्होंने कामसूत्र कंडोम के लिए एक विज्ञापन किया। इस विज्ञापन के जरिए विवेका ने एक ऊंची छलांग लगाई और रातोंरात मशहूर हो गईं। मुंबई में रहने वाली सुपर मॉडल विवेका बाबाजी ने फांसी लगाने से ठीक पहले अपनी मां से बात की थी। विवेका ने अपनी मां से कहा था कि मैं बहुत दूर जा रही हूं।


समय्

खेल के नाम पर वेश्यावृत्ति को बढ़ावा-मणिशंकर

मणिशंकर अय्यर ने एक अजीबो-गरीब टिप्पणी की है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि खेल के नाम पर वेश्यावृत्ति को बढ़ावा दिया जा रहा है।

जहां एक तरफ ज़ोर शोर से तैयारियां चल रही हैं,वहीं खर्चे को लेकर मणिशंकर अय्यर के इस बेतुके बयान पर सभी भौचक्के हैं।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर का कहना है, "मैं शुरु से ही राष्ट्रमंडल खेल के आयोजन के तरीके पर विरोध दर्ज कराता आया हूं. मैं फिजूलखर्जी के विरोध में हूं. मैंने दिल्ली से बाहर बवाना में खेल आयोजित करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन किसी ने मेरी सुनी नहीं. इससे होता ये कि एक अविकसित इलाका विकसित हो जाता."

वो कहते हैं," आप देखिए दिल्ली में चमचमाती सड़कों को फिर से खोदा जा रहा है. इसकी क्या ज़रूरत थी."

कौन सा खेल?

बॉलीवुड कलाकारों को दिए गए पैसे से भी वे नाराज़ दिखे. मणिशंकर अय्यर ने कहा, "एश्वर्या राय को दो मिनट के लिए करोड़ों दिए गए. सैफ़ अली खान ने तो यहां तक कहा कि बिना पूछे उनके खाते में खेल प्रमोशन के लिए 75 लाख रुपए डाल दिए गए. इसे आप क्या कहेंगे."

वो कहते हैं," जब एशियाड हुआ था तब राजीव गांधी के कहने पर रविशंकर ने मुफ्त में गाना तैयार किया. आज क्या हालत है? सब तरफ़ बंदरबांट चल रही है."

ख़ास कर खेल को देखते हुए कंडोम की बढ़ती बिक्री पर वो बिफर पड़े. उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा, "सुना है लाखों कंडोम बिक चुके हैं और इसकी जमाखोरी हो रही है. दुनिया भर से खिलाड़ी कौन सा खेल खेलने आ रहे हैं?"

समय्

बेतहाशा बढ़ती महंगाई से बेहाल जनता

समय की मुहिम में इस बार हमने बढ़ती महंगाई के कई पहलुओं को टटोला है।

महंगाई पर 'समय' की मुहिम

सरकार यानी पालनहार, जनता सरकार इसलिए चुनती है कि उसके हितों की रक्षा हो। चुनाव से पहले जनहित के वायदे किये जाते हैं पर सरकार बनते ही ये सारे वायदे कोरे हो जाते हैं। आम आदमी बेतहाशा बढ़ती महंगाई से बेहाल है और सरकार कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे बेहद खर्चीले आयोजन में मशगूल है। जनता के पसीने से कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए साज-सज्जा और सुरक्षा पर पानी की तरह पैसे बहाये जा रहे हैं। बढ़ती महंगाई ने नीयत और नीति पर सवाल खड़ा कर दिया है। ‘समय’ की मुहिम के तहत सहयोगी चैनल ‘समय’ पर दिखा रहे हैं ‘महंगाई की इमरजेंसी’

सरकार ने डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ा दिये। हर चीज महंगी हो गयी। सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स के नाम पर सब्सिडी हटा कर और वैट बढ़ा दिये। इतना ही नहीं इस कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए अभी 12 सौ करोड़ रुपये की दरकार है और इस की वसूली जनता से ही की जायेगा। सवाल है आखिर खाली पेट जनता खेल का क्या लुत्फ उठा पायेगी?

आकंड़ों पर नजर डाले तो दिल्ली सरकार ने अपने बजट में रसोई गैस पर दी जा रही 40 रुपये की सब्सिडी खत्म कर दी, डीजल पर वैट 12.5 से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया गया, सीएनजी पर वैट 0 से बढ़ाकर 5 फीसदी कर दिया गया। मेट्रो, डीटीसी, ऑटो-टैक्सी का किराया बढ़ा दिया गया, पानी, बिजली दूध सब महंगे कर दिये गये।

सरकार की दलील है कॉमनवेल्थ गेम्स का खर्च अगर सरकार सहन कर रही है तो कुछ (पूरा?) बोझ जनता को भी उठाना चाहिए।

कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन पर करीब एक लाख करोड़ रुपये का खर्च है। जब कि देश में प्रति व्यक्ति आय दुनिया के निम्नतम देशों में से एक है। देश की 77 फीसदी जनसंख्या 20 रुपये प्रति व्यक्ति (एक दिन )आय पर गुजारा कर रही है। दूसरी तरफ कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए राजधानी में फ्लाईओवर्स, पुलों, वातानुकूलित बसों, खिलाड़ियों की मेजबानी पर अरबों खर्च किये जा रहे हैं।


बुनियादी चीजों पर बेपरवाह सरकार सरकार जनता की प्राथमिकता से बेखबर है या लापरवाह यह एक सवाल है। साल 2010-11 को केन्द्रीय बजट पर नजर डाले तो सरकार ने तमाम चीजों की कीमत घटाई जो विलासता की हैं। बढ़ने वाले मूल्यों में सिगरेट और तंबाकू जिससे सरकार की आय होती, जिसके बढ़ने का विरोध नहीं किया जाता इसे छोड़ दिया जाये तो वे तमाम चीजें हैं, जिसका सीधा असर आम आदमी पर पड़ता है। पिछले एक साल के दौरान खाद्य पदार्थों की कीमतें आसमान पर पहुंच गयीं। दाल की कीमत में तीस से ज्यादा और दूध की कीमत में बीस से ज्यादा, चावल और गेंहू के दामों में दस से ज्यादा फीसद की वृद्धि हुई है।

हकीकत से दूर विकास दर कहने को देश आर्थिक विकास के तीसरे पायदान पर है। पर सच ये है कि देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा आर्थिक रूप से खुद को असुरक्षित महसूस करता है। दूसरी तरफ सरकार पिछले साल के मुकाबले इस साल विश्व बैंक से चार गुणा ज्यादा कर्ज ले रहा है और यानी कर्जखोरी के मामले में देश दुनिया में अव्वल बनने जा रहा है। कर्ज का मकसद देश की सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाना है।

सरकार तंत्र में फिजूलखर्ची सरकारी खर्चों पर बहस होती है लगाम नहीं लगायी जाती है। विपक्ष कमजोर है, लाल सलाम का रंग फीका पड़ता जा रहा है। देश में महंगाई का हाहाकार मचा हुआ है। लेकिन सरकर तेल, गैस जैसी चीजों से सब्सिडी हटा कर और वैट बढ़ा कर कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों की लिए खर्च कर रही है।

खास बात तो ये है आम आदमी से जुड़ी चीजों पर सब्सिडी उस वक्त तय की गयी थी जब देश में विकास दर कम थी प्रति व्यक्ति आय कम थी। गरीबी से जूझ रहे देश में खाद तेल, ईधन जैसी चीजों पर सब्सिडी दी गयी थी, लेकिन कॉमनवेल्थ के नाम पर इन्हें होम कर दिया गया। तेल और खाद के लिए चार लाख करोड़ रुपये की सब्सिडी के वायदे सरकारी वायदे कोरे साबित हुए। तेल की कीमत बढ़ने के साथ ही महंगाई दर बढ़ना तय हो गया है।


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दूसरों का जीवन और रियलिटी शो[संपादित करें]

टेलीविजन पर रियलिटी शो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और इसका श्रेय दूसरों के जीवन में झांकने की लोगों की प्रवृत्ति को जाता है।

हाल ही में ‘बुद्ध बक्से’ (टेलीविजन) पर एक किताब लिख चुके एमटीवी के पूर्व प्रस्तोता ओंकार सेन ने यह बात कही है।

सेन कहते हैं, ‘दूसरों के जीवन में झांकने की प्रवृत्ति के चलते टेलीविजन सामग्री में गिरावट आ रही है और पिछले तीन साल के अंदर रियलिटी शो की संख्या बढ़ी है।‘ हाल ही में सेन की किताब ‘कमिंग सून द एंड: द रियलिटी शो कॉल्ड टेलीविजन’ प्रकाशित हुई है।

पच्चीस वर्षीय सेन ने कहा, ‘हर किसी को यह जानने में बहुत दिलचस्पी है कि दूसरों के जीवन में क्या चल रहा है। यदि कोई दुर्घटना होती है तो 30 लोग दुर्घटना स्थल पर जमा हो जाते हैं और यह जानना चाहते हैं कि वहां क्या चल रहा है।‘

सेन मानते हैं कि भारत में पश्चिम को देखकर रियलिटी शो का चलन शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि यह कुछ ऐसा ही है कि ‘पश्चिम छींकता है और भारत को सर्दी हो जाती है’। ‘अमेरिकन आइडल’ की तर्ज पर भारत में ‘इंडियन आइडल’ शुरू हुआ और अब वी चैनल ‘फ्रैंड्स’ का भारतीय संस्करण ‘रूमीज’ प्रसारित करने को तैयार है।

उन्होंने कहा कि जब वह एमटीवी से जुड़े थे तब वह एक संगीत चैनल था,लेकिन उनके उससे अलग होने तक वह रियलिटी कार्यक्रमों का चैनल बन गया था। सेन की किताब समसामयिक टेलीविजन की आंतरिक तौर पर और दर्शकों के मनोविज्ञान के आधार पर समीक्षा करती है। सेन कहते हैं कि टेलीविजन पर संगीत, बच्चों, समाचारों और सामान्य मनोरंजन की मौजूदगी हमेशा बनी रहेगी, लेकिन अन्य कार्यक्रमों के अस्तित्व को लेकर अनिश्चितता रहेगी। वह कहते हैं कि धारावाहिकों का बार-बार प्रसारण रुकना चाहिए।

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उप्र में बारिश, गर्मी से राहत नहीं[संपादित करें]

उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश के बावजूद अधिकतम तापमान में खास गिरावट नहीं हुई। लोग गर्मी और उमस से बेहाल हैं।

राज्य में मेरठ, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, झ्झांसी, जालौन, इलाहाबाद, लखनऊ सहित विभिन्न जिलों में रविवार को जोरदार बारिश हुई। मौसम विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा 42.0 मिलीमीटर बारिश पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में दर्ज की गई।

पिछले 24 घंटों के दौरान झांसी राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा जहां अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब छह डिग्री सेल्सियस अधिक था। इसके अलावा आगरा का अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री, इलाहाबाद का 40.9 डिग्री, कानपुर का 41.8 और राजधानी लखनऊ का 39.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के पश्चिमी और मध्य भाग में बारिश की संभावना जताई है।

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पटना के अगवा छात्र का सुराग नहीं[संपादित करें]

गर्दनीबाग थाने के रोड नंबर एक से अगवा छात्र मनीष के मामले में पुलिस अब तक कोई सफलता नही पा सकी है।

घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अंधेरे में ही तीर चला रही है। एसएसपी जहां मामले को रंजिशन अपहरण का मान रहे है वही गर्दनीबाग पुलिस अब भी मान रही है कि मनीष अपनी मर्जी से भागा है। अनुसंधान का यह हाल है कि परिजन जहां गार्ड पर गलतबयानी का आरोप लगा रहे है वहीं पुलिस गार्ड से पूछताछ कर यह पता करने का प्रयास नही कर रही है कि आखिर मनीष कब और किसके साथ अपार्टमेंट से निकला।

गर्दनीबाग थाने के रोड नंबर एक स्थित तेज अपार्टमेंट के समीप से चौबीस जून की शाम साढ़े आठबजे मनीष संदिग्धावस्था में लापता हो गया था। मनीष गर्दनीबाग स्थित केपीएस मेमोरियल स्कूल की कक्षा आठका छात्र है। मनीष के पिता मनेन्द्र शर्मा आईएएस भवन में लिपिक के पद पर कार्यरत है। मनीष के चाचा अरविंद कुमार के मुताबिक मनीष खाना खाने के बाद पत्तल फेंकने अपार्टमेंट से बाहर निकला था। उसके गायब होने की जानकारी मिलने के के तुरंत बाद घर वालों ने गर्दनीबाग समेत रेलवे स्टेशन तक छान मारा लेकिन मनीष का कोई पता नही लग सका।

अरविंद कुमार के मुताबिक ऐसा लगता है कि जब वह पत्तल फेंकने आया होगा उसी वक्त किसी ने उसे झांसा देकर अगवा कर लिया। अपार्टमेंट के गार्ड से पूछताछ की गई लेकिन वह कभी बाथरूम जाने तो कभी अपने को वहां नही होने की बात कह रहा है। गर्दनीबाग पुलिस मामला दर्ज होने के बाद से ही मनीष को भगोड़ा साबित करने पर तुली है। गर्दनीबाग थाने के इंस्पेक्टर विनोद प्रसाद के मुताबिक घर वाले गलत कह रह है कि मनीष का अपहरण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पहले गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था। शनिवार को मनीष के परिजनों ने अपहरण का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मनीष के परिजनों के कहने पर मसौढ़ी और नौबतपुर में छापेमारी की लेकिन मनीष का सुराग नही मिल सका है।

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राजस्थान की बसों के किराए में वृद्धि[संपादित करें]

राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने तेल की दरों में वृद्धि होने के कारण कल मध्य रात्रि से सभी श्रेणी की बसों के किराये में वृद्धि कर दी है।

राज्य पथ परिवहन निगम के कार्यकारी प्रबंधक (जनसम्पर्क) सुधीर भाटी के अनुसार 28 जून की मध्यरात्रि से साधारण, दुत्रगामी, सेमी डीलक्सस,डीलक्स, वातानुकूलित सहित सभी श्रेणी की बसों के किराये में वृद्धि की है। यात्री किराया दरों के अतिरिक्त दुर्घटना झतिपूर्ति अधिभारवर्तमान में 50 किलोमीटर तक कोई अधिभार नहीं बढाया गया है।

उन्होंने बताया कि 50 से 100 कि॰मी॰ के लिए एक से दो रूपये तथा 100 कि॰मी॰ से अधिक के लिए दो से बढाकर पांच रूपये किया गया है। मानव संसाधन अधिभार 50 से 100 कि॰मी॰ तक दो रूपये तथा 100 से अधिक कि॰मी॰ के लिए तीन रूपये अधिभार तथा टोल टैक्स 31 से 50 कि .मी. तक एक रूपये तथा 51 से 100 कि .मी. तक दो रूपये तथा 100 से अधिक पर तीन रूपये निर्धारित किया गया है।

उन्होंने बताया कि दिल्ली-जयपुर मार्ग पर संचालित डीलक्स बस का प्रति यात्री किराया 300 से बढाकर 325 रूपये, वातानुकूलित 400, से बढाकर 425 रूपये. वातानुकूलित सुपर लग्जरी का 550 से बढाकर, 600 रूपये तथा वातानुकूलित सुपर लग्जरी मय टी वी 650 रूपये, वातानुकूलित सुपर लग्जरी मय टी वी . पैन्ट्री एवं टायलेट 700 रूपये निर्धारित किया गया है। इसमें टोल टैक्स एवं बीमा राशि भी शामिल है।

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जम्मू कश्मीर: अलगाववादी नेता हिरासत में[संपादित करें]

जम्मू एवं कश्मीर के सोपोर कस्बे में अलगाववादी नेताओं के प्रस्तावित मार्च को देखते हुए मीरवाइज उमर फारूक सहित कई अलगाववादी नेताओं को सोमवार को हिरासत में ले लिया गया। सोपोर में रविवार को हुई गोलीबारी में एक युवक की मृत्यु हो गई थी।

अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फारूख को उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया है जबकि जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासिन मलिक को भी हिरासत में ले लिया गया है।

वरिष्ठ शिया नेता आगा सैयद हसन को भी मध्य बदगाम जिले में स्थित उनके घर में नजरबंद कर दिया गया है। श्रीनगर में भारी संख्या में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को तैनात किया गया है। इलाके में किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।

श्रीनगर में दुकानें, औद्योगिक प्रतिष्ठान, स्कूल और कॉलेज बंद रखे गए हैं। किसी भी अलगाववादी संगठन ने बंद का ऐलान नहीं किया है।

सोपोर कस्बे में रविवार शाम को सीआरपीएफ की गोलीबारी में कथित रूप से एक अन्य युवक की मौत के बाद तनाव फैल गया था। अधिकारियों ने इस इलाके में सोमवार और मंगलवार को स्कूल और कॉलेज बंद रखने का निर्देश दिया है।

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किर्गिस्तान में जनमतसंग्रह[संपादित करें]

राष्ट्रपति कुरमानबेक बकियेव को अपदस्थ किए जाने के बाद बीते माह सत्ता पर काबिज हुए विपक्षी दलों की वैधानिकता पर फैसले के लिए किर्गिस्तान में कड़े सुरक्षा प्रबंध के बीच नए संविधान पर जनमत संग्रह के लिए हजारों लोगों ने आज मतदान किया।

देश के केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने कहा कि अंतिम खबरें मिलने तक पचास फीसद से ज्यादा वैध मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

अंतरिम राष्ट्रपति रोज़ा ओटुनबायेवा की किस्मत का फैसला करने, संवैधानिक अदालत को भंग करने और तंत्र को संसदीय लोकतंत्र में तब्दील करने के लिए 27 करोड़ से ज्यादा पंजीकृत मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने का अनुमान लगाया गया था।

जनमत संग्रह को वैध बनाने के लिए न्यूनतम मतदान की कोई सीमा नहीं है। अंतरिम सरकार में लोगों के भरोसे के परीक्षण के हिसाब से यह मतदान महत्वपूर्ण है। अंतरिम सरकार अप्रैल में राष्ट्रपति बकियेव को अपदस्थ करने के बाद हिंसा के बीच सत्ता में आई थी। नए संविधान को प्रभावी बनाने के लिए 51 प्रतिशत मतों की स्वीकृति की जरुरत है।

इतरतास के मुताबिक, हिंसाग्रस्त ओश और जलालाबाद क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत कम रहा। हालांकि अधिकारियों ने कल ओश में कर्फ्यू हटा लिया था ताकि लोग जनमत संग्रह में हिस्सा ले सकें। ओश जातीय हिंसा का मुख्य केन्द्र रहा था। वहां कम से कम 275 लोग मारे गए।

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राष्ट्रमंडल: आम आदमी संभालेगा यातायात[संपादित करें]

राष्ट्रमंडल खेल आने दीजिए, आपको दिल्ली की सड़कों पर आम आदमी भी यातयात नियंत्रित करते हुए नजर आएगा।

दरअसल दिल्ली पुलिस ने अक्टूबर में हो रहे राष्ट्रमंडल खेल के दौरान यातायात को सुचारू ढंग से संचालित करने के लिए उत्साही लोगों को आमंत्रित किया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा,हमें इस खेल के दौरान भारी यातायात की उम्मीद है। ऐसे में दिल्लीवासी सड़कों को सुरक्षित एवं भीड़भाड़ से मुक्त रखने में हमारी मदद कर सकते हैं। हमने इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपील करने के लिए क्रिकेटर विरेंद्र सहवाग को साथ लिया है।

उल्लेखनीय है कि पुलिस आयुक्त वाई एस डडवाल पहले ही स्वीकार कर चुके हैं कि राष्ट्रमंडल खेल के दौरान यातायात पर दबाव बढ़ेगा और प्रशासन अगले महीने इस संबंध में व्यापक प्रचार अभियान चलेगा।

इस कार्यक्रम के अनुसार 12 वीं पास 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग स्वयंसेवक के रूप में पंजीकरण करवा सकते हैं। उनकी सेवा 25 सितंबर से लेकर 15 अक्टूबर तक ली जाएगी। वे अपनी मर्जी से प्रति तीन घंटे की सेवा दे सकते हैं। हालांकि उन्हें कोई मानदेय नहीं मिलेगा।

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जी-20: 500 विरोधी गिरफ्तार[संपादित करें]

नौकरियां जाने और सामाजिक अशांति के विरोध में कनाडा की राजधानी टोरंटो में कल से शुरू हुए दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान पुलिस अब तक 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि शिखर सम्मेलन के पहले दिन जो कुछ हुआ उससे कहीं अधिक विपरीत स्थिति से निपटने के लिए वह आज तैयार है। उन्होंने कहा कि विरोधियों से निपटने के लिए योजनाबद्ध तरीके से तैयारी कर ली गई है।

उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में चार वे लोग भी शामिल हैं जो पुलिस को चकमा देकर मेन होल से होते हुए सम्मेलन स्थल तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि इन चारों को आधी रात के करीब हिरासत में लिया गया।

पुलिस ने बताया कि टोरंटो विश्वविद्यालय में छापेमारी कर कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और विश्वविद्यालय परिसर से हथियारों के अलावा ईंट-पत्थर तथा लोहे की छडियां बरामद की गई है। इससे पहले प्रदशनकारियों ने जी-20 सम्मेलन स्थल के चारों ओर की गई पुलिस घेराबंदी को तोडने की कोशिश की। स्थिति उस समय हिंसक हो गई जब कुछ प्रदर्शनकारी पुलिस की घेराबंदी को तोड़ने में कामयाब हो गए।

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दिग्विजय सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार को[संपादित करें]

बिहार के दिवंगत नेता दिग्विजय सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक निवास जमुई जिले के गिद्घौर में पूरे राजकीय सम्मान से किया जाएगा। इस मौके पर विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेताओं के उपस्थित रहने की संभावना है।

दिवंगत सांसद के परिवार के लोगों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार दिन में 11 बजे नयागांव में किया जाएगा। मुखाग्नि उनके अनुज कुमार त्रिपुरारी देंगे। उनके पैतृक निवास पर रविवार रात से अपने इस प्रिय नेता के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ रहा है।

उनका शव रविवार को दिल्ली से पटना लाया गया था जहां से उसे उनके संसदीय क्षेत्र बांका होते हुए गिद्घौर ले जाया गया। पटना रेलवे स्टेशन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद सहित राज्य के कई मंत्रियों ने उन्हें श्रद्घांजलि अर्पित की।

गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह का निधन गुरुवार को लंदन के एक अस्पताल में हुआ था।

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जी-20: विनिमय दर मुक्त छोड़े उभरते देश[संपादित करें]

जी-20 के नेताओं ने विश्व में आर्थिक रूप से उभरते देशों से अपनी-अपनी मुद्राओं की विनिमय दर को बाजार पर छोड़ने की अपील की है ताकि विश्व व्यापार में संतुलन कायम किया जा सके। सम्मेलन के निष्कर्षों के एक मसौदे में यह जानकारी मिली।

समझा जाता है कि यह अपील खास कर एशियायी (चीनी) मुद्रा के मद्देनजर की गयी है। पश्चिमी देशों का कहना है कि चीन अपनी मुद्रा युआन को कृत्रिम रूप से सस्ता रखे हुए है। जिससे उसे निर्यात बढ़ाने में मदद मिलती है और व्यापार संतुलन उसके पक्ष में है।

मसौदे के अनुसार नेताओं ने व्यापार संतुलन वाले देशों से इस दिशा में कदम उठाने की अपील की।

मसौदे में कहा गया है, ‘व्यापार में आधिक्य वाली अर्थव्यवस्थाएं देश की स्थिति के अनुसार सुधार के उपाय करेंगी, विनिमय दर को अधिक लचीला बनाएंगी।’

सम्मेलन में आए चीन के राष्ट्रपति हू चिंताओं ने रविवार को अपने भाषण में यूआन का कोई जिक्र नहीं किया। इसके बजाय उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रमुख मुद्राओं की विनिमय दर में तेज उतार-चढ़ाव के कारण स्थायित्व के लिए खतरा पैदा हो रहा है।

उन्होंने कहा, ‘व्यवस्था की दृष्टि से महत्वपूर्ण कुछ वित्तीय संस्थानों के लिए कई तरह की समस्याएं पैदा हो गयी हैं।’ उन्होंने कहा कि प्रमुख मुद्राओं की विनिमय दरों में नाटकीय उतार-चढ़ाव से अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार को परेशानी हो रही है।

चीनी नेता ने यह भी कहा, जिन्स बाजार में कीमतें ऊंची हैं और तरह-तरह के संरक्षणवादी उपाय उल्लेखनीय रूप से अब अधिक दिखने लगे हैं।

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रेफरी की गलतियों से छिड़ी बहस[संपादित करें]

फीफा विश्व कप-2010 में मैच अधिकारियों और रेफरी की ओर से एक के एक बाद की गई गलतियों ने रोमांच से भरपूर इस खेल से जुड़ी नई बहस को जन्म दे दिया है।

समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार इस विश्व कप में रेफरी के कई निर्णयों से फुटबाल प्रशंसकों को निराश होना पड़ा। रविवार को नॉकआउट दौर के दोनों मुकाबलों में गलतियां की गईं। पहले मुकाबले में रेफरी की गलती का खामियाजा इंग्लैंड को और दूसरे में मेक्सिको को भुगतना पडा।

अर्जेटीना के स्टार स्ट्राइकर कार्लोस तेवेज ने मैच के 26वें मिनट में लियोनेल मेसी से मिले एक पास को गोल में तब्दील कर दिया हालांकि वह पूरी तरह से ऑफ साइड थे। मेक्सिको के खिलाड़ियों ने इस पर विरोध जताया लेकिन रेफरी रॉबर्ट रोसेटरे को यह नजर नहीं आया। इस गोल की बदौलत ही अर्जेटीना बढ़त बनाने में कामयाब रहा और आखिरकार नतीजा भी 3-1 से उसके पक्ष में रहा।

इसी तरह से केपटाउन में जर्मनी और इंग्लैंड के बीच खेले गए मुकाबले में रेफरी की ओर से गलती की गई। इंग्लैंड का एक गोल नामंजूर कर दिया गया जबकि गेंद गोलपोस्ट की लाइन के अंदर दाखिल हो चुकी थी। खैर, इस विवादित गोल को नामंजूर किए जाने के साथ ही इंग्लैंड का प्रदर्शन लचर रहा। नतीजतन उसे 1-4 से हार का सामना करना पड़ा।

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फीफा विश्व कप में भारतीय[संपादित करें]

भारत भले ही फुटबाल विश्व कप में हिस्सा नहीं ले रहा हो लेकिन फीफा विश्व कप-2010 के आयोजन में भारतीय उपस्थिति काफी मायने रख रही है।

यहां रहने वाले कई भारतीय जोर-शोर से स्वयंसेवकों के तौर पर विश्व कप के आयोजन में योगदान दे रहे हैं।

जोहांसबर्ग के एक कॉलेज में पढ़ने वाली 19 वर्षीया मेलिसा रेड्डी मूल रूप से भारतीय हैं। वह मीडिया सेंटर के वेलकम डेस्क पर काम करती हैं और यहां पहुंचने वाले सभी पत्रकारों का वह गर्मजोशी के साथ स्वागत करती हैं। मेलिसा का काम पत्रकारों को विश्व कप से जुड़ी हर जानकारी मुहैया करना है।

मेलिसा ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े खेल आयोजन का हिस्सा होना महान अवसर है। इस अनुभव के दम पर मैं सेवा क्षेत्र में अपने लिए बेहतर विकल्प तलाश सकती हूं। मेरे माता-पिता इस काम के लिए तैयार समय्

मेलिसा की तरह 21 वर्षीय अरशान खान भी मानते हैं कि विश्व कप का हिस्सा होना गर्व की बात है। अरशान स्नातक की परीक्षा देने के बाद खेल प्रबंधन का कोर्स कर रहे हैं। उनका काम प्रीटोरिया में स्थित लोफ्ट्स वर्सफील्ड स्टेडियम में पहुंचने वाले दर्शकों की मदद करना है।

अरशान कहते हैं, "यह कठिन काम है। मैच के दिनों में लोगों को नियंत्रित करना सचमुच कठिन काम है। मेरे लिए यह चुनौती है लेकिन मैं इसे पसंद करता हूं। मेरे लिए यह अनुभव काफी काम आएगा। पेशेवर लिहाज से यह मेरे काफी काम आएगा।"

दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के करीब 10 लाख लोग रहते हैं। ऐसे में यहां रहने वाले युवा भारतीयों के लिए स्वंयसेवकों की सूची में जगह बनाना आसान नहीं था। इस काम में कई वरिष्ठ भारतीयों को प्रबंधन और प्रशासनिक कार्यों से जुड़ी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं।

50 वर्षीय मानिक पटेल को फुटबाल से प्यार है और यही कारण है कि उन्होंने एक महीने की छुट्टी लेकर खुद को विश्व कप के इस महा उत्सव में शामिल किया है। पटेल को एलिस पार्क स्टेडियम में कई अन्य लोगों के साथ प्रबंधन का काम दिया गया है। इस दौरान पटेल को महान फुटबाल खिलाड़ियों को करीब से देखने का मौका मिलता है।

पटेल कहते हैं, "ऐसा मौका जीवन में एक बार ही आता है। मैं इसे अपने हाथ से निकलने नहीं देना चाहता था। मेरे लिए एक महीने की छुट्टी इस शानदार अनुभव के आगे कुछ भी नहीं। मेरे लिए यह सबसे अलग अनुभव है। मैं इसका जमकर लुत्फ उठा रहा हूं।"

अर्जेंटीना की फुटबाल टीम के कोच डिएगो माराडोना ने फीफा विश्व कप टूर्नामेंट के मैच में रेफरी की भारी भूल पर नाराजगी जाहिर करते हुए अपनी टीम की खिताब जीतने की उम्मीद का आधार माने जा रहे लियोनेल मेसी के लिए अपेक्षित सम्मान और सुरक्षा की मांग की है।

प्री-क्वार्टर फाइनल में अर्जेंटीना की मैक्सिको पर 3-1 की जीत वाले मुकाबले में मैक्सिको के खिलाडि़यों ने अर्जेंटीना के स्ट्राइकर कार्लोस टेवेज द्वारा किए गए मैच के पहले गोल को ऑफ साइड मानते हुए उसका विरोध किया था। इस पर बहस-मुबाहिसे के दौरान माराडोना ने पांच बार फाउल के शिकार हुए मेसी के बचाव में बात कही। टेवेज के गोल पर मैक्सिको के कोच जेवियर अगुइरे की नाराजगी पर माराडोना भी आक्रामक हो गए और उन्होंने कहा, 'वह वैसा ही महसूस कर रहे होंगे जैसा कि खेल के दौरान मेसी को चारों तरफ से किक मारे जाने पर मुझे एहसास हो रहा था और रेफरी मूकदर्शक बना रहा।'

माराडोना ने कहा, 'वह गोल बिल्कुल सामान्य सा था। जब मेसी जैसे अच्छे खिलाडि़यों के पास गेंद पहुंचती है तो उन्हें चोट पहुंचाने की कोशिश की जाती है। मेसी के पास गेंद पहुंचते ही प्रतिद्वंदी टीम के खिलाड़ी उन्हें किक मारना चाहते हैं, यह शर्मनाक है।'

अर्जेंटीना कोच ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि मेसी को अपेक्षित सम्मान दिया जाए। हर चीज की हद होती है।' गौरतलब है कि प्री-क्वार्टर फाइनल में रविवार को कार्लोस टेवेज के दो गोल की बदौलत अर्जेंटीना ने मैक्सिको को 3-1 से हराकर अंतिम आठ में प्रवेश कर लिया। अर्जेंटीना का सामना अब सेमीफाइनल में प्रवेश के लिए शनिवार को जर्मनी से होगा जिसने इंग्लैंड को 4-1 से हराया।

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सोनिया ने रखी सुरंग की आधारशिला[संपादित करें]

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विश्व की सबसे लम्बी रोहतांग सुरंग की आधारशिला रख दी है। यह सुरंग 13 हजार फीट समुद्री उंचाई पर स्थापित होगी। सुरंग की लम्बाई 8.8 किलोमीटर होगी।


सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं अपने दिवंगत पति राजीव गांधी के सपने को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से इस सुरंग की आधारशिला रखी।

पीर पंजाल क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली यह सुरंग लाहौल और स्पीति घाटी के कबायली इलाकों में रहने वाले लोगों को हरेक मौसम में बेहतर संपर्क सुविधा उपलब्ध कराएगी। जाड़े के मौसम में अक्सर 13,050 फुट ऊंचे रोहतांग दर्रे पर भारी बर्फबारी होती है जिसकी वजह से देश के बाकी हिस्सों से इसका संपर्क टूट जाता है।

रोहतांग सुरंग का निर्माण सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के तहत किया जाएगा। माना जा रहा है कि रोहतांग सुरंग बन जाने से मनाली से लेह की दूरी 46 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। रोहतांग सुरंग के वर्ष 2015 तक तैयार हो जाने की उम्मीद है।

भारतीय सेना के दृष्टिकोण से भी यह सुरंग काफी उपयोगी साबित होगी। इस सुरंग के बन जाने से लद्दाख क्षेत्र में सामान की आपूर्ति आसानी से की जा सकेगी।

रक्षा मंत्री एके एंटनी, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह इस समारोह के दौरान उपस्थित रहेंगे।

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हाईटेंशन तार गिरा, युवक की मौत[संपादित करें]

उत्तर प्रदेश के मेरठ में हाईटेंशन तार की चपेट में आकर एक युवक की मौत हो गई जबकि एक युवक गंभीर रूप से झुलस गया।

जानकारी के मुताबिक मेरठ में हापुड़ रोड पर सोमवार सुबह हाईटेंशन तार गिर गया। तार की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक बुरी तरह झुलस गया। समय् हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों ने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करने के साथ ही हादसे में मारे गए युवक के परिजनों और घायल युवक को मुआवजा देने की मांग की है।