सदस्य वार्ता:Rrahy

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2010 मे विश्व की भाषाओं की स्थिति ( बोलने वालों की संख्या )


भाषा मातृभाषा द्वीतीय भाषा तृतीय भाषा कुल (मीलियन)
1. मंडारिन (चाइनीज) 1100 10 0 1110
2. हिंदी ( उर्दु ) 567 230 77 874
3. अंग्रेजी (इंगलिश) 330 110 70 510
4. स्पेनिश 320 30 10 360
5. अरबी 230 40 20 290

यह संख्या विश्वशनीय सूत्रों से लिये गये हैं । इस बात का पूरा ख्याल रखा गया है कि गलतियां नही हो । पुराने डाटा मे सामान्य जंसंख्या वृद्धि दर को शामिल किया गया है ।

मंडारिन - विश्व मे सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है । यह मुख्यतः चीन मे बोली जाती है । यह चीन की अधिकारिक भाषा है । इसमे अनेक बोलियों को शामिल किया गया है । इसके बोलने वालों की संख्या 111 करोड‍़ से ज्यादा है । इस भाषा का विस्तार तेजी से हो रहा है क्योंकि चीन की अर्थव्यवस्था का विकास तेजी से हो रहा है । किसी भी भाषा का विकास उसे बोलने वालों के आर्थिक स्थिति तथा संख्या पर निर्भर करता है। ऐतिहासिक रुप से सोलहवीं - सत्रहवीं शताब्दी मे लैटिन तथा ग्रीक भाषा का विकास इसी आधार पर हुआ था । बीसवीं शताब्दी मे अंग्रेजी का विकास हुआ है । इक्कीशवीं शताब्दी मे मंडारिन तथा हिन्दी का होगा । अभी अमरीका मे विदेशी भाषा के रूप मे स्पेनिश के बाद मंडारिन सीखने वाले सबसे ज्यादा संख्या मे हैं । कमोबेश यह स्थिति पूरे विश्व मे है । इसके विकास मे सबसे बड़ी बाधा इसका कठिन होना है । यह संसार के कठिनतम भाषाओं मे से एक है ।

हिन्दी ( उर्दू ) - विश्व मे दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है । आनेवाले समय मे इसके अंतर्राष्ट्रीय भाषा बनने की पूरी संभावना है । यह मुख्यतः भारत तथा पाकिस्तान मे बोली जाती है । 2001 के जंसंख्या आंकरों के अनुसार 46% भारतीयों की मातृभाषा हिन्दी ( उर्दू ) है । 2010 मे भारत की अनुमानित जन्संख्या 117 करोड़ है, इस तरह हिंदी बोलने वालों की संख्या 53.82 करोड़ है । पाकिस्तान मे 7.57% जन्संख्या की मातृभाषा हिंदी (उर्दु) है तथा पाकिस्तान की जन्संख्या इस समय 16.92 करोड़ है । इस तरह हिंदी बोलने वालों की संख्या 1.28 करोड़ होगी । विश्व के बांकी क्षेत्रों मे लगभग 1 करोड़ हिंदीभाषी होंगे । इस तरह हिंदीभाषियों की कुल संख्या 56.1 करोड़ होगी । भारत के सरकारी आंकड़ो के अनुसार गैरहिंदीभाषी जो अपनी मातृभाषा के अलावा हिंदी भी बोलते हैं , उनकी संख्या 15.2 करोड़ (2001 मे 12.94 करोड़) है । इस तरह पाकिस्तान मे यह संख्या 13.53 करोड़ है । विश्व के अन्य क्षेत्रों मे यह संख्या लगभग 2 करोड़ होगी ।