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सदस्य:Ssgcpl/प्रयोगपृष्ठ

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सम-सामयिक घटना चक्र

इलाहाबाद से पत्र-पत्रिकाओं के प्रकाशन का एक सुदीर्घ इतिहास रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान इलाहाबाद से प्रकाशित पायनियर, लीडर, इंडियन हेराल्ड, स्त्री दर्पण, हिंदी प्रदीप, चंडी, चांद, गुलदस्ता, अभ्युदय, देशदूत, कर्मयोगी, स्वराज आदि पत्र-पत्रिकाओं के योगदान को कौन विस्मृत कर सकता है? इसी इलाहाबाद की पवित्र भूमि से प्रतियोगी छात्रों हेतु मासिक पत्रिका ‘सम-सामयिक घटना चक्र’ का प्रकाशन 1992 से प्रारंभ हुआ। आज यह प्रकाशन प्रतियोगी छात्रों के बीच जाना-पहचाना नाम है। प्रकाशन के अंतर्गत न केवल मासिक पत्रिका बल्कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षोपयोगी पुस्तकों का भी प्रकाशन किया जाता है। मासिक पत्रिका में सम-सामयिक नोट्स के साथ-साथ विचारोत्तेजक आलेखों का प्रकाशन किया जाता है। पत्रिका में डॉ॰ सुभाष काश्यप एवं डॉ॰शुकदेव प्रसाद जैसे सुविख्यात विद्वानों के लेख एवं विचार निरंतर प्रकाशित होते हैं। वर्तमान में पत्रिका प्रकाशन भारत सरकार के कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के तहत कंपनी रजिस्ट्रार द्वारा पंजीकृत कंपनी है। 1 जनवरी, 2013 से सम-सामयिक घटना चक्र की वेबसाइट अस्तित्व में आ चुकी है। http://ssgcp.com पर लॉग इन कर कोई भी प्रतियोगिता परीक्षाओं संबंधी अद्यतन विषय सामग्री से परिचित हो सकता है। विजन

देश के हिंदी भाषी प्रतियोगी छात्रों को गुणवत्तापरक सामग्री वहनयोग्य मूल्य पर उपलब्ध कराना। गुणवत्ता नीति

प्रकाशन के तहत प्रकाशित प्रत्येक सामग्री के जांच की गहन प्रक्रिया से गुजरने का हमारा तय मानक है। हम सामान्य अध्ययन के प्रत्येक प्रश्न की इंटरनेट से जांच के उपरांत ही प्रकाशन हेतु जारी करते हैं। प्रत्येक प्रश्न के प्रमाण स्वरूप हम इंटरनेट से डाउनलोड कर पृष्ठ भी संचित रखते हैं। सामान्य अध्ययन के अतिरिक्त अन्य विषयों की जांच विषय-विशेषज्ञों से करायी जाती है। यदि किसी भी प्रश्न का उत्तर गलत प्रतीत हो रहा हो तो पाठक संपर्क कर अपना भ्रम-निवारण कर सकते हैं। पाठकों से अंतर्क्रिया

विषय सामग्री को पाठकों की मांग के अनुरूप प्रकाशित करने तथा गुणवत्ता बनाए रखने के लिए हम पाठकों के सुझाव का स्वागत करते हैं। इसके लिए पाठक हमसे कार्यालय समय के दौरान फोन पर भी संपर्क कर सकते हैं।