सदस्य:Snehaleen.h

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Snehaleen.h
मम छायाचित्रः
मम छायाचित्रः
नाम स्नेहलीन ल्कस्मी हेच
जन्मनाम स्नेहलीन ल्कस्मी हेच
लिंग स्त्री
जन्म तिथि ०१/०३/१९९७
जन्म स्थान बेंगलुरु
निवास स्थान कोरम्नगाला
देश साँचा:Country data भारतः
नागरिकता भारतीयः
जातियता भारतीयः
शिक्षा तथा पेशा
पेशा विद्यार्थी
नियोक्ता क्राइस्ट विश्वविद्यालय
शिक्षा Pursuing B.sc
महाविद्यालय ज्योति निवास कालेज्
विश्वविद्यालय क्राइस्ट विश्वविद्यालय
उच्च माध्यामिक विद्यालय बेथानि हाई
शौक, पसंद, और आस्था
शौक संगीत श्रवणम, पुस्तक पठनम
धर्म हिन्दु
राजनीती स्वतंत्र
चलचित्र तथा प्रस्तुति मनोरंजनाय (कन्नड आंग्ला च चलत्तचित्रम्)
पुस्तक रविंदर सिंग
सम्पर्क विवरण
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ईमेल स्नेहलीनहेच@याहू.com@, nadiya.s@science.christuniversity.in@

आम लोगों के जीवन में भी असाधारण कहानियां हो सकती है। मेरे जीवन मे अभि थक एक आम ज़िन्दगी जी है लेकिन आगे बदकार मै कुछ असाधारण करना चहती हू ।मेरा नाम स्नेहलीन है। मेरा जन्म करनटका के बैग्लौर शहर मे १ मर्च १९९७ को हुआ था । मेरी बच्चपन ,प्राराम्बिक शिक्श,हैई स्कुल सब कुछ बैग्लौर बीती है। बच्चपन जैसै मैने पहले कहा मेरी बच्चपन बैग्लौर के कोरमन्गला इल्लिके मै बीती है।उस स्म्य कोरमन्गला मे मेरे उमर के बहुत सरे लड़कियाँ थी जिन्के सथ मे खेला करती थी। हामारा एक बडा सा गैन हुआ करता था,। हम छुपा छुपी, छोर पुलीस आदि खेलते थे। परिवार मेरे पिता का नाम हारिन्द्र नथ है। वह एक क्म्पनी मे प्रबंधक के स्थान पर कम करते है। मेरी माँ एक ग्रहनी है। उनका नाम मिनि है। मेरी माता-पिता केराला के कन्नुर से है। हम घर मे मलायालम मे बात करते है। मेरी छोटि बहन का नाम पवित्रा है। वो १२ कक्षा मे पदती है। मेरी छोटा भाय का नाम अदित्या है। वो ६ कक्षा मे पदता है। हामारे बीछ अक्सार लड़ाई होती है।मेरी नानि का नाम लीला है। केरला मे भी मेरी हमारे बहुत रिश्तेदार है। स्कूल मैने १० कक्षा तक बेथनी हई स्कूल कोरमगाला मे पदी हू। मुझे स्कूल जाना बहुत अच्छा लगता था।मेरी स्कूल मे कारनिवल, द्रामा आदि भाग लिया करती थी।मुझे खेल-खुद मे अधिक रुची है।मै टेन्निस खेलति हु। हमारे स्कुल कि प्रिसिपल का नाम आकश रैल है।स्कूल के दिन खुशी ओर सन्तोष से भारे थे।

मुझे "एम बि बि एस" नही मिलने पर मैने "क्रिस्त विश्वविद्यलय" मे "बि एस सी" करने की सोचा। अव्यास: मुझे रविंदर सिंग की कथा पढना बहुत पसंद है। मे एक खुले सोच विचारों की लड्कि हूं। मै लड्कोँ पर विश्वास नहि करती हूं। मुझे केरल की हरियाली बहुत पसंद है। मे अपनी मा से बहुत प्यार करती हूं।