सदस्य:Sabaajani1830273

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Sabaajani1830273
जन्मनाम सबा रबाब अजानी
लिंग महिला
जन्म तिथि 15 जुलाई 2000
जन्म स्थान बैंगलोर
देश साँचा:Country data भरत
नागरिकता भारतीय
शिक्षा तथा पेशा
महाविद्यालय क्राइस्ट कॉलेज
उच्च माध्यामिक विद्यालय बाल्डविन गर्ल्स हाई स्कूल
शौक, पसंद, और आस्था
शौक किताब पाडन, साहसिक, नई चीजों की कोशिश करने के लिए, रचनात्मक कला
धर्म इसलाम

सबा रबाब अजानी[संपादित करें]

आत्मकथा [संपादित करें]

"हम कितनी बार लोगों को अपने जीवन की कहानी बताते हैं?" नमस्ते,प्रणाम,पैरी पौने, सात श्री अकाल और सलामुनालैकुम । आज एक बोहोत ही अलग सा दिन है, सिर्फ आप के लिए नहीं बल्कि मेरे लिए भी।जहां मेरी कहानी केवल मेरे लिए जानी जाती थी आज यह सब आप सभी के द्वारा भी जाना जाएगा ।

पारिवारिक पृष्ठभूमि [संपादित करें]

मेरा नाम सबा रबब अजानी है और, मेरा जन्म १५ जुलाई, २००० को बंगलौर, भारत में हुआ था । मेरे माता-पिता ने मेरा नाम चुना था जिसका अर्थ है सुबह की ठंडी हवा या मुलायम हवा (soft breeze)। मेरी माँ गुजरात में महुआ से है और पिता छत्तीसगढ़ में चिमूर से हैं । कई सालों बाद पिताजी की परिवार बंगलौर आगये । हमारे पास एक छोटा सा परिवार है जहां मेरे पिताजी और माँ है फिर मेरे भाई है जो मुझसे से १० साल बड़े है और उसके बाद मेरे बड़ी बेहेन है जो बेहेन से ज़्यादा मेरे माँ की तरह है और वह मुझसे ७ साथ बड़े है और उसके बाद मेरी भाबी और मेरा २ साल का भतीजे है ।

मेरा बचपन [संपादित करें]

मुझे अपने माता-पिता ने बताया कि मेरे बचपन के दिनों से मैं ऊर्जावान और शरारती थी, न किसी की चिंता, दर, न कोई तनाव बस अपने दुनिया मई ही मस्त थी, और अगर आज मुझसे कोई पूछे के सब से ज़्यादा मई बचपने से क्या याद आता है वह न तोह सोना होंगे ना ही खाना बस यह की क्या परेशानी मुक्त जीवन था । दो तीन किस्से भी है मेरे बचपने की, जैसे की कैसे मई जब भी दवाई पित्ती थी या खट्टी थी उसके तुरंत बाद मई घर के ३ से ४ चक्कर लेती थी और ऐसे लगता था जेसे मुर्गी यहाँ से वह दौड़ रही है । सिर्फ यह नहीं बल्कि एक बार हमारा पूरा परिवार एक प्रदर्शनी के लिए गए थे और वह जगा बोहोत ही बड़ा क्षेत्र था तब मई ने और भाई ने दौड़ लगा ने का सजा और वही पे एक कुत्ता लेता हुआ था, देखा जाये तोह वह कुत्ता कुछ करने नहीं वाला था पैर क्यों की मई दरी हुयी थी मई ने उसके ऊपर ज़ोर से चिलाया और वह कुत्ता भी मेरे छिलने के कारन दर गया और मेरे पीछे दौड़ ने लगा आईटी न बड़ा क्षेत्र था के ऐसे लगा के वह कुत्ता मुझे करीबन २ बार तोह वह क्षेत्र का गोल गोल करवाया, फिर आखिर मई मेरे पिताजी ने मुझे उठाया और वह कुत्ते को भगाया । मई ने अपनी पढाई पहले "लिटिल किंगडम" मई की और उसके बाद मई "बाल्डविन गर्ल्स हाई स्कूल" गयी अपनी स्कूलिंग ख़तम करने के लिए । मेरा ११ और १२ जो पी.यूं.सी. भी कहा जाता है वह मई "क्राइस्ट पी यूं कॉलेज" मई करि और अब की डिग्री की पढाई मई वापस "क्राइस्ट (डीम्ड टी बे यूनिवर्सिटी)" मई कर रही हु ।

मेरे पसंद [संपादित करें]

मुझे पर्पल कलर बोहोत ही ज़्यादा पसंद है और एडवेंचर्स करना और नए नए चीज़े को कोशिश करना बोहोत हिज ज़्यादा। मुझे मिठाई बोहोत ही ज़्यादा पसंद है चाहे रात मई हो यह सुबह मई कभी भी कही भी खा सकती हु। सब से पसंद की बात मुझे अपने मई लगती है के मई बोहोत ही सहनशील व्यक्ति हु । मई रिश्तो मई बोहोत मानती हु। ज़िन्दगी बोहोत ही आसान होजाती है अगर हम समाज से काम कर्रे और वक्त वक्त मई लजील रहे ।

भविष्य की योजनाएं [संपादित करें]

फिलहाल मई ने सोचा नहीं है के मई क्या बन न छह टी हु पैर या तो मनोवैज्ञानिक या मीडिया के तहत कुछ। पैर इससे ज़्यादा ज़रूरी मुझे एक अच्छा इंसान बन नै का च है, जहा पे कम से कम मई अपने आस पास के लोग को ख़ुशी दे सकू और अपने आप को उससे खुश रख सकू। यह नहीं के मुझे कोई बड़ा इंसान नहीं बन न है पैर बड़ा इंसान दिल से पहले फिर काम और पैसो से बनने की इच्छा हैै। तोह जिस प्रश्न से मैंने शरुवात की थी अब वही प्रश्न का सवाल से मई अंत करना चाहती हु के मैंने यह पहली बार अपने जीवन की कहानी किसी को बताई और यह शायद से आखरी बार होंगे... बोहोत ही धन्यवाद मेरी यह छोटे से सफर मई अपना दिलचस्प दिखने के लिए ।